जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने कोटा के सरकारी अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है।
पूनियां ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है, कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार की संवेदनहीनता की हद है कि कोटा के सरकारी अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई, पिछले साल इसी अस्पताल में लगभग 35 दिन में 107 बच्चों की मौत हुई थी फिर भी सरकार नहीं चेती। जागो सरकार जागो नहीं तो भागोस
पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधाएं बढ़ाने का लगातार दावा कर रही है। बावजूद नवजात बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने में सरकार क्यों विफल है। नवजात बच्चों की मौत का बेहद गंभीर लापरवाही का नतीजा है। इस घटना के दोषियों को तुरंत चिन्हित करके उन पर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के शासन में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं। कोरोना काल के दौरान भी राज्य सरकार ने इलाज के नाम पर प्रदेश की आम जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया था। सरकार सिर्फ भीलवाड़ा मॉडल के नाम पर वाहवाही लूटने में व्यस्त रही और संक्रमण और मौतों के आंकड़े छुपाती रही।
उन्होंने कहा कि ना केवल प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था चरमराई हुई है बल्कि कानून व्यवस्था भी पूरी तरह बिगड़ी हुई है और किसानों से संपूर्ण किसान कर्जमाफी एवं युवाओं से लाखों भर्तियां करने का वादा आज तक पूरा नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि पूनियां ने पिछले साल कोटा में 100 से अधिक बच्चों की मौत के मामले को राज्य सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से उठाया था और अस्पताल का दौरा कर वहां के हालात का भी जायजा लिया साथ ही वहां के स्थानीय भाजपा विधायकों से आग्रह कर अस्पताल में सुविधाओं के लिए 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी करवाई थी।
भाजपा ने बनाई जांच कमेटी
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के निर्देशानुसार कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई नवजात बच्चों की मौत के मामले में जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, प्रदेश महामंत्री मदन दिलावरए राज्यसभा सांसद जसकौर मीणा तथा विधायक संदीप शर्मा को शामिल किया गया है। कमेटी कोटा जाकर सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर प्रदेश को अवगत कराएगी।