जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमण्डल ने भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून व्यवस्था, और राज्य सरकार के इशारे पर प्रमुख राष्ट्रवादी संगठन की छवि को धूमिल करने के षड़यंत्र को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र को हस्तक्षेप करने की मांग का आज ज्ञापन सौंपा।
भाजपा के प्रतिनिधिमण्डल इसे लेकर श्री मिश्र से राजभवन में मिले और ज्ञापन सौंपा। डा पूनियां ने बताया कि गत ढाई वर्षो से प्रदेश में अराजकता का माहौल है, भ्रष्टाचार,बेरोजगारी,बिगड़ती कानून व्यवस्था और राज्य सरकार के इशारे पर विश्व के प्रमुख राष्ट्रवादी संगठन की छवि को धूमिल करने की सुनियोजित षड्यंत्र के विरोध में राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए योजनाबद्व तरीकें से दिल्ली में बैठे अपने आकाओं को खुश करने के लिए राजस्थान प्रदेश में राष्ट्रवादी एवं देश में अग्रिम रहने वाले संगठन को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में राज्यपाल को ज्ञापन देते हुए प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि राज्य सरकार अपना आधा कालखण्ड पूरा कर चुकी है इस कालखण्ड में कानून व्यवस्था की धज्जियां उडाने एवं भ्रष्टाचार के काले कारनामे करने में कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना आपदा में अवसर तलाश रही है, एन-95, वैक्सीन, वेंटिलेटर, आक्सीजन, कांस्टेटर, जीवन रक्षक दवाईयों में भी भ्रष्टाचार किया। इन सब मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए पिछले दिनों दिल्ली में बैठे अपने कांग्रेसी आकाओं का खुश करने के लिए देश में आए संकट के समय अग्रिम सहायता उपलब्ध कराने वाले राष्ट्रवादी संगठनों पर झूठे एवं तथ्यहीन आरोप लगाने का कांग्रेस षड़यंत्र कर रही है।
प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को बताया कि मंत्रिमण्डल सामूहिक नेतृत्व के आधार पर चलता है उसके बाद भी मंत्रिमण्डल के कुछ सदस्य एसीबी की जांच को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रतिनिधिमण्डल में डा पूनियां के साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी एवं अशोक परनामी, सांसद दीया कुमारी एवं रामचरण बोहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष अजयपाल सिंह, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल मौजूद थे।