जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर राज्य अराजकता फैलाकर संवैधानिक संस्था पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल कलराज मिश्र को दिए ज्ञापन में कहा कि राज्य में सत्ताधारी दल के आन्तरिक संघर्ष के कारण जो अराजकता की स्थिति बनी हुई है। गत दो दिनों से मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस प्रकार की भाषा एवं गतिविधियां अपने मंत्रियों एवं विधायकों के साथ की गई हैं उससे राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने की स्थिति बनी हुई है।
ज्ञापन में कहा गया कि सत्ताधारी दल के आह्वान पर जिस पर राज्यभर में सभी जिला मुख्यालयों पर कोविड-19 के संबंघ में जारी निर्देशों की अवहेलना करते हुए प्रदर्शन किए गए। राज्य में एक ओर जहां भयंकर कोरोना संक्रमण की स्थिति बनी हुई है तथा संक्रमितों की संख्या 35 हजार से अधिक पहुंच गई है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल डिस्टैसिंग के अध्यादेश का उल्लंघन करते हुए सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस का प्रदर्शन धरना देते हुए कानून की धज्जियां उडाई है।
ज्ञापन में राज्यपाल से आग्रह किया है कि ऐसी स्थिति आम आदमी राज्य शासन को संशय की नजर से देख रहा है और आपसे राज्य के संवैधानिक प्रमुख के नाते भाजपा सभी समुचित कार्यवाही एवं न्यायोचित संरक्षण प्रदान करने की मांग करती है। प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में विपक्ष के उपनेता राजेन्द्रसिंह राठौड एवं सांसद तथा विधायक शामिल थे।
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