जयपुर। राजस्थान में महिलाओं के साथ अत्याचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के नेतृत्व में बुधवार को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा से मिलकर इस संबंध में संज्ञान लेने और राज्य की महिलाओं को न्याय दिलवाने का आग्रह किया।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने शर्मा से मुलाकात कर इस संबंध में उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके बाद डॉ पूनियां ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आयोग को प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान में महिलाओं पर बढ़ रही अत्याचार की घटनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने महिला आयोग अध्यक्ष को बताया कि कांग्रेस के शासन में अपराधी बेलगाम हैं, उनमें सरकार, पुलिस-प्रशासन का कोई डर नहीं है, प्रदेश का ऐसा कोई भी कस्बा, शहर नहीं बचा जहां इस तरह की घिनौनी घटनायें घटित ना हुई हों और पुलिस थानों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
डॉ. पूनियां ने कहा कि गहलोत सरकार के कुशासन में राजस्थान अपराधों की राजधानी बन गया, भाजपा प्रमुख विपक्षी दल के नाते सामाजिक तौर पर भी इस बात के लिये चिंतित है, जयपुर सहित पूरे प्रदेशभर में 6 लाख 14 हजार से अधिक मुकदमे, यह राजस्थान के इतिहास में बड़े पैमाने पर पहली बार हुआ है। महिलाओं के प्रति 80 हजार से अधिक मामले हैं, 12 हजार से अधिक रेप-गैंगरेप के मामले हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों में भी अनुसूचित जाति की महिलाओं के प्रति अपराध ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि हमने सदन में भी और सदन के बाहर भी, पार्टी के सभी मोर्चों ने महिला अपराध के मामलों को मुखरता से उठाया। पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने पिछले दिनों दिल्ली में मानवाधिकार आयोग को इस बारे में ज्ञापन भी दिया, जिस पर आयोग ने मुख्य सचिव एवं डीजीपी को नोटिस जारी किया है।
उन्होंने भाजपा के प्रतिनिधिमंडल के आग्रह पर जयपुर आकर प्रदेश के वास्तविक हालात की जानकारी लेकर पीड़िताओं की सुध लेने के लिए आयोग का आभार भी जताया।
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर, महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा, सांसद रामचरण बोहरा, सांसद रंजीता कोली, विधायक कालीचरण सराफ, विधायक अनीता भदेल, विधायक रामलाल शर्मा, विधायक निर्मल कुमावत, विधायक अशोक लाहोटी, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल एवं पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज आदि शामिल थे।