महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 13 बीत गए हैं। लेकिन अभी भी सरकार के गठन को लेकर गतिरोध बरकार है। और यह इसलिए की चुनाव नतीजों में प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा और उसके सहयोगी दल के बीच सहमति नहीं बनना।
दोनों ही पार्टियों के बीच अब तक बातचीत नहीं हो पाई, जबकि दोनों के बीच जुबानी जंग जारी है। मोजूदा विधानसभा का कार्यकाल भी दो दिन बात खत्म होने जा रहा है।
गतिरोध समाप्त
शायद यह सस्पेंस अब खत्म हो सकता है। क्योंकि बुधवार भाजपा ने कहा कि सभी को अच्छी खबर मिलने वाली है। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने जा रहा है।
बीजेपी और शिवसेना पहली मुलाकात
बुधवार को भाजपा और शिव सेना के नेताओं के बीच भी मुलाकात हुई थी, जब महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने किसानों की समस्यों पर चर्चा के लिए उनको एक बैठक में बुलाया था। इस बैठक में शिवसेना के कोटे से बने मंत्री भी शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में सरकार गठन पर भी चर्चा हुई है। विधानसभा चुनाव के नतीज 24 अक्टूबर को आए थे उसके बाद बीजेपी और शिवसेना नेताओं की यह पहली मुलाकात थी।
बीजेपी और शिवसेना साथ
इस मिटिंग के बाद भाजपा के नेता सुधीर मुंगटीवार ने कहा कि आप पानी को अलग नहीं कर सकते हैं कितनी भी कोशिश कर लें। बीजेपी और शिवसेना साथ हैं। इसके बाद उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी और शिवसेना के महायुति (गठबंधन) की ही सरकार बनेगी। इसके बाद बीजेपी के मंत्रियों ने सीएम फडणवीस से अलग से मुलाकात कर मंत्रिमंडल के बंटवारे भी चर्चा की। जिसमें शिवसेना की बराबर साझेदारी की मांग पर भी चर्चा हुई।
आपको बता दें कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने मिलकर बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया है। शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग कर दी। जिसके मुताबिक ढाई साल शिवसेना और ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री होने की बात है। लेकिन बीजेपी ने साफ कर दिया कि पूरे पांच साल मुख्यमंत्री का पद उसी के पास रहेगा।