बेंगलुरु । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष एवं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता बी एस येद्दियुरप्पा ने यह कहते हुए खेद जताया कि भाजपा अपनी ही गलतियों की वजह से राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं कर सकी।
येद्दियुरप्पा ने पार्टी की प्रदेश कोर समिति की शुक्रवार को यहां आयोजित बैठक में अपने प्रारंभिक संबोधन में कहा कि मोदी लहर होने के बावजूद पार्टी 135 सीटें नहीं जीत सकी जबकि 123 सीटों वाली कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 80 हो गयी तथा 17 मंत्रियों को हार का स्वाद चखना पड़ा।
उन्होंने दावा किया कि कांग्र्रेस और जनता दल (सेक्युलर) दोनों ही दलों के निर्वाचित विधायक भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार थे, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने बहुमत साबित करने के लिए महज 24 घंटे की मोहलत दी और पार्टी इसमें विफल रही।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और जद (एस) के विधायक अब भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर विधानसभा स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाना है, तभी चुनाव में सफलता मिल सकती है।
उन्होंने कहा की हमारे नेताओं को किसी प्रभाव में नहीं आना चाहिए। अगर वे पार्टी में शामिल होते हैं तो हम पार्टी में अपन महत्व और स्तर खो देंगे। उनसे बात करें और भाजपा में शामिल होने के लिए इस मौके पर भाजपा महासचिव एवं कर्नाटक के पार्टी मामलों के प्रभारी मुरलीधर ने बैठक में कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा 104 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि पार्टी ने दक्षिण में भी अपने को स्थापित किया है। उन्होंने कहा की हमें चाहिए कि आगामी लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतकर पार्टी को और मजबूत बनायें।