जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में 49 निकायों में से 48 निकायों पर सभापति एवं महापौर के प्रत्याशी खड़े किए हैं जबकि एक निर्दलीय को समर्थन दिया है।
डा पूनिया ने कहा कि निकाय चुनाव में न कांग्रेस जीती है और न ही भाजपा हारी है। मात्र 961 वार्ड जीतकर और 80 हजार मतों के अंतर पर कांग्रेस का यह कहना हास्यास्पद है कि जनता ने उन्हें बहुमत दिया है।
उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों को कोसने से पहले राज्य सरकार अपनी आर्थिक नीतियों की समीक्षा कर ले, जिसकी वजह से अब तक किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी नहीं हुई, बेरोजगारों को ‘बेरोजगारी भत्ता’ नहीं मिला, राज्य में विकास के काम ठप पड़े हैं क्योंकि ठेकेदारों को भुगतान नहीं हो रहा, यहां तक की सरकारी कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिल रहा। सरकारी राजस्व को बढ़ाने के लिए लोगों पर अप्रत्यक्ष कर थोपे जा रहे हैं।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि किसी भी महत्वपूर्ण व्यक्ति की सुरक्षा कम या ज्यादा करने का फैसला हर वर्ष सुरक्षा एंजेसियों से प्राप्त रिपोर्ट पर होता है। इसको लेकर कांग्रेस का रूख राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस को धरना-प्रदर्शन करने से पहले यह बताना चाहिए कि सोनिया गांधी, राहुल गाँधी, प्रियंका वाड्रा देश में किस संवैधानिक पद पर हैं, जिसके चलते उन्हें प्रधानमंत्री के बराबर सुरक्षा मिले।
उनको यह भी खुलासा करना चाहिए कि उनकी जान को किससे खतरा है। देश में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, डाॅ. मनमोहन सिंह, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जैसे कई ऐसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है, जो बड़े संवैधानिक पदों पर रहे हैं। पर उन्हें भी एसपीजी सुरक्षा कवर नहीं मिला है।