नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में जब चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान के कुछ दिनों बाद ही कई चुनावी सर्वे में आम आदमी पार्टी को दोबारा सरकार बनते दिखाया गया था। यह सर्वे भारतीय जनता पार्टी के लिए मुसीबत की लकीर खींच गया था। लेकिन भाजपा की आक्रमक चुनावी रणनीति और ताबड़तोड़ रैलियों में भाजपाइयों में जोश भर दिया है। अब भाजपा का चुनाव प्रबंधन भी मानकर चल रहा है कि अब हम आम आदमी पार्टी की फाइट में है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जिन मुद्दों पर विधानसभा चुनाव में उतरने की बात कही थी, वह लगभग सभी सीधे जनता से जुड़े हुए मुद्दे थे।
हालांकि भाजपा ने आम आदमी पार्टी जैसे मुद्दों को लगभग नहीं छुआ है। भारतीय जनता पार्टी का आलाकमान दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रीय मुद्दे पर ही जबरदस्त फोकस करके आगे बढ़ रहा है। मोदी की रैली से पहले जितने भी सर्वे कराए गए थे, उनमें बीजेपी दिल्ली में आप को टक्कर देती तो दिख रही थी, लेकिन नतीजे आप के ही पक्ष में झुकते दिख रहे थे, लेकिन पहले योगी आदित्यनाथ और फिर मोदी की रैलियों के बाद से मुकाबला कांटे का हो गया है।
भाजपा ने दिल्ली चुनाव में राष्ट्रवाद के मुद्दे को जनता के बीच दी हवा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आक्रामक ताबड़तोड़ रैली की और दिल्ली की जनता को स्पष्ट साफ संदेश दिया कि भाजपा राष्ट्रवाद से कभी समझौता नहीं करेगी।
वहीं भाजपा के कुछ नेताओं ने तो राष्ट्रवाद को लेकर कुछ आपत्तिजनक बयान भी दिए, जो कि केंद्रीय आलाकमान को वह भी स्वीकार थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने कई बार चुनाव रैली के दौरान राष्ट्रवाद के नाम पर शब्दों की मर्यादा भी तोड़ी। अब गुरुवार शाम को दिल्ली विधानसभा का चुनाव प्रचार थम जाएगा।
शाहीन बाग का मामला भाजपा को लगने लगा है कि पक्ष में जाएगा
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लगभग 2 महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों पर भाजपा का आक्रमक रवैया रहा है। चुनाव प्रचार और रैलियों के दौरान भाजपा के शीर्ष नेताओं ने शाहीन बाग पर जमकर हमले किए। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लेकर भाजपा नेताओं ने सीधे राष्ट्रवाद से जोड़ दिया।
भाजपा दिल्ली का चुनाव भी प्रबंधन यह मानकर चल रहा है कि पिछले दिनों पार्टी के शीर्ष नेताओं की आक्रामक अंदाज में हुई रैलियों के बाद चुनावी माहौल भाजपा के पक्ष में हुआ है। वहीं भाजपा रणनीतिकारों का कहना है कि शाहीन बाग, सर्जिकल स्ट्राइक और बाटला हाउस जैसे मुद्दों पर मोदी ने जिस तरह खुलकर अपनी बात सामने रखी है उसका लोगों पर काफी असर दिखाई दिया है।
आम आदमी पार्टी को भाजपा पूरी तरह से घेरने में लगी हुई है
भारतीय जनता पार्टी का चुनावी प्रबंधन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप को पूरी तरह से घेरने में लगी हुई है। मंगलवार को हुई पीएम की रैली के बाद एक और सर्वे कराया जाएगा, जिससे स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी और उसके आधार पर पार्टी अगले तीन-चार दिनों में उन इलाकों में और ज्यादा काम करने की कोशिश करेगी, जहां थोड़ी सी मेहनत और करने से परिणाम बीजेपी के पक्ष में आने की उम्मीद बन सकती है।
बीजेपी के नेताओं का मानना है कि गृह मंत्री अमित शाह और उसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैलियों ने जहां दिल्ली के चुनावी माहौल को बदलने का काम किया, वहीं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों के बाद माहौल बीजेपी के पक्ष में बनता दिखने लगा है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार