जयपुर। राजस्थान में जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आज पैदल मार्च निकाला। यह पैदल मार्च भाजपा मुख्यालय से शहीद स्मारक होते हुए सिविल लाइन फाटक पहुंचा। जहां धरना प्रदर्शन किया गया।
पैदल मार्च में पार्टी के दिग्गज नेता केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरुण चतुर्वेदी, अशोक परनामी, प्रतिपक्ष उपनेता राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, वीरमदेव सिंह, प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच, पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।
धरना स्थल पर केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को पुराने रोग ठीक करने के लिए ही लाया गया है। इस दौरान उन्होंने धारा 370, राम मंदिर, तीन तलाक और नागरिकता संशोधन कानून जैसे पुराने रोगों को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने ठीक किया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है, उनको हमने नागरिकता देने का प्रयास किया है। वहां के मुस्लिम को यहां नागरिकता की जरूरत नहीं है, भारत का मूल निवासी चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो या और कोई संप्रदाय का हो हमको नागरिकता से हमें कोई ऐतराज नहीं।
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस समस्या से निजात दिलाने की घोषणा की थी और संसद में इस विषय पर चर्चा हो रही थी, उस दौरान मैंने भी विस्थापितों का दर्द लोकसभा में रखा। उन्होंने कहा कि विस्थापितों को धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया जाता था और इन विस्थापितों के दर्द को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने मरहम लगाने का काम किया और नागरिकता संशोधन कानून लागू किया।
उन्होंने कहा कि विस्थापितों द्वारा हिंदुस्तान में आने पर भी उन्हें कष्ट झेलने पड़ते हैं और सात वर्ष बाद वह नागरिकता का आवेदन करने के लायक होता था। शेखावत ने कहा कि भारत में जो मुस्लिम रह रहे हैं वह सम्मान के साथ रह रहे हैं और बराबर का अधिकार दिया है। लेकिन घुसपैठियों और वैध दस्तावेजों से भारत में आए हैं, इन दोनों को एक नजर से बराबर देखने का काम भाजपा की सरकारें कभी नहीं करती हैं, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते उन्हें वोट का अधिकार भी दे दिया गया और वे आज वहां के लोकतंत्र को प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश की सरकार कहती हैं कि नागरिकता संशोधन कानून को लागू नहीं करेंगे, वे यह कहते हैं कि कलेक्टर के द्वारा नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अधिकार कलेक्टर के पास नहीं, यह भारत सरकार के पास है। जिस दिन राजस्थान की सरकार रोकने का प्रयास करेगी इनकम टैक्स, कस्टम के अधिकारी को अधिकार दे देंगे कि ऐसे सारे लोगों को कैंप लगाकर उन्हें नागरिकता दी जाए तक कोई भी किसी हालत में नहीं रोक सकता है।
केन्द्रीय मंत्री कैलाश चैधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सबके लिए बहुत ही खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि बाड़मेर हो, जैसलमेर हो या पूरा देश हो ऐसे नागरिक जिनको पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश जिनको धार्मिक उत्पीड़न दी गई हो और उन्हें वहां से अपनी जान बचाकर निकलना पड़ा, आज उनके लिए यह स्वर्णिम दिन है। क्योंकि उनको यहां आने के बाद नागरिकता नहीं मिल रही थी और इस कानून के तहत उन्हें आने वाले समय में यहां रहने का अधिकार मिल जाएगा, उन्होंने कहा कि विस्थापितों का दुख मैंने देखा है।
सभी को विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने और अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया।