भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच सोमवार को कहा कि पंद्रह सालों तक सत्ता में रहने वाली भारतीय जनता पार्टी के राज में माफिया पनपा था और अब भाजपा ऐसे ही माफिया के साथ मिलकर राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है, लेकिन वो ऐसा होने नहीं देंगे।
कमलनाथ ने एक बयान में कहा कि उनकी सरकार ने दृढ़ता के साथ ऐसे माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई प्रारंभ की। जनता की आवाज पर ऐसे माफिया के खिलाफ अभियान चलाया। इसलिए भाजपा माफिया के साथ मिलकर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। लेकिन वो (मुख्यमंत्री) ऐसा होने नहीं देंगे।
कमलनाथ ने अपने महत्वपूर्ण बयान में कहा कि उन्होंने अपना समूचा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित किया है। उनके लिए सरकार होने का अर्थ सत्ता की भूख नहीं, जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है। पंद्रह वर्षों तक भाजपा ने सत्ता को सेवा का नहीं, भोग का साधन बनाए रखा था। वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्यप्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है।
कमलनाथ ने कहा कि सौदेबाजी की राजनीति मध्यप्रदेश के हितों के साथ कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि 15 साल में भाजपा के राज में हर क्षेत्र में माफिया समानांतर सरकार बन गया था। प्रदेश की जनता त्रस्त थी और उसने माफिया रूप से छुटकारा पाने के लिए कांग्रेस को सत्ता सौंपी। मुख्यमंत्री के अनुसार उन्होंने जनता की अपेक्षा पर माफिया के खिलाफ अभियान चलाया और अब माफिया के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौदेबाजी की राजनीति से किसी दल या प्रदेश और जनता को कोई फायदा नहीं होता। इसके उलट अहित होता है। कमलनाथ के अनुसार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनका लक्ष्य था कि मध्यप्रदेश की नई पहचान पूरे देश और दुनिया में बने। इससे प्रदेश के लोगों नौजवानों का हित जुड़ा है। भाजपा सिर्फ़ और सिर्फ़ सत्ता की भूखी है। उसे प्रदेश के नागरिकों और उसके विकास से कोई सरोकार नहीं है।
कमलनाथ ने कहा कि भूमाफिया से त्रस्त जनता को हमने राहत दिलायी। नकली दवाइयां, नकली खाद बेचकर लाभ कमाकर अमानवीय व्यवसाय में लगे माफिया के खिलाफ हमने अभियान चलाया। लोगों को प्रतिदिन उपयोग में आने वाली वस्तुएं शुद्ध मिलें, इसके लिए ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया। ये वही लोग हैं, जो पिछले 15 साल में भारतीय जनता पार्टी के राज में पनपे और उनका संरक्षण पाकर पोषित हुए।
रेत माफिया ने तो भाजपा राज में 15 हजार करोड़ रुपए का डाका मध्यप्रदेश के राजस्व पर डाला। मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद रेत माफिया की भी कमर टूट गई। नापाक इरादे रखने वाले लोगों को यह रास नहीं आया। उन्होंने कहा कि भाजपा माफिया के हाथ का खिलौना बन गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी गृह ज्योति योजना में बिजली बिल कम करके मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत पहुंचना, 23 लाख किसानों की कर्ज माफी जो कि निरंतर जारी है, निवेश के लिए विश्वास का वातावरण पैदा करने, प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने, बुजुर्गों को पेंशन, गरीब कन्या की विवाह की राशि में वृद्धि जैसे ऐतिहासिक निर्णय लेने के अलावा जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप शासन प्रशासन की एक नई कार्य संस्कृति प्रदेश में विकसित की। कम समय में एतिहासिक सफलताएं भी मिलीं। कई प्रयासों के परिणाम भी सामने आना शुरू हो गए थे।
उन्होंने कहा कि माफिया राज के कारण भाजपा मध्यप्रदेश को उस स्थान पर नहीं ले पाई, जिसकी लोगों को उम्मीद थी। जाहिर है भाजपा का जनाधार खिसकना शुरू हो गया था। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले माहों में सात राज्यों में अपनी सरकार गंवा दी। इससे बौखलाकर कांग्रेस सरकार को 5 साल पूरा न करने देने की कुत्सित और घिनौनी कोशिशें पहले दिन से ही शुरू हो गई थीं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरी सबसे बड़ी शक्ति है। कमलनाथ ने कहा कि वे जनता की जनता के द्वारा बनाई गई सरकार को किसी भी कीमत पर अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने देंगे।
कमलनाथ ने कहा कि उनकी कोशिश है कि मध्यप्रदेश की पहचान व्यापम, ई-टेंडर जैसे भ्रष्टाचार, कुपोषण, बच्चों की मृत्यु दर या बलात्कार से न होकर देश के विकसित राज्य के रूप में हो। गंभीर आर्थिक बदहाली में मध्यप्रदेश को भाजपा सरकार छोड़ कर गई थी, उसमें कोई सरकार चलाने का साहस भी नहीं कर सकता था। मगर मैंने हिम्मत के साथ एक तरफ़ किसान कर्ज माफी प्रारंभ की, दूसरी ओर निवेश आकर्षित किया और प्रदेश को विकास की पटरी पर ले कर आया।
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने हमेशा मूल्यों की राजनीति की है। उससे वे कभी समझौता नहीं कर सकते हैं। भाजपा मध्यप्रदेश के भविष्य के साथ भी धोखा कर रही है और प्रदेश के विकास की असीम संभावनाओं को भी आघात पहुंचा रही है।