पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव ने एक बार फिर से स्पष्ट किया कि लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा नहीं हैं।
यादव ने शनिवार को यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय प्रकाश और संजय मयूख की मौजूदगी में विधानसभा चुनाव को लेकर मोदी लहर गीत और एक कमल वेबसाइट का शुभारंभ करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पासवान न खुद भ्रम में रहें और न ही लोगों को भ्रमित करें कि वह वह राजग में हैं। उन्होंने कहा कि अब पासवान चाहे जो भी कहें लेकिन वह पूरे तौर पर राजग के साथ नहीं हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि राजग के घटक जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और फिर से कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। लोजपा अध्यक्ष पासवान को पहले अपना घर संभालना चाहिए। उन्होंने पासवान के चाचा और हाजीपुर (सुरक्षित) से सांसद पशुपति कुमार पारस का नाम लिए बगैर इशारों में कहा कि उन्हें पहले अपने चाचा को संभालना चाहिए जो उनके ताजा राजनीतिक निर्णय के खिलाफ हैं।
यादव ने महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) गठबंधन को अपवित्र करार दिया और सवालिया लहजे में कहा कि क्या कांग्रेस जवाब देगी कि उसने वामपंथ और समाज को तोड़ने वाली पार्टी भाकपा-माले के साथ क्यों गठबंधन किया है। माले ने बिहार के मगध क्षेत्र में समाज को तोड़ने और हिंसा को बढ़ावा देने की राजनीति की है।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि आज भी बिहार के लोगों को याद है कि किस तरीके से अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया जिले में भाकपा-माले का आतंक था। उन्होंने सवाल किया कि क्या राजद और कांग्रेस भाकपा-माले के साथ गठबंधन कर फिर से वही स्थिति लाने की कोशिश में है।
यादव ने कहा कि महागठबंधन में वामपंथी दलों को 29 सीटें दी गई हैं, जो यह साबित करता है कि एक बार फिर से महागठबंधन वर्ग-संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश में है। राजद का नेतृत्व कमजोर है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के पुराने घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को बाहर कर दिया गया है।