नई दिल्ली। हमारे देश की राजनीति में कई नेताओं का भाग्य का उदय तो उनके आपत्तिजनक बोल और विवादित बयानों से ही हुआ है। और कई नेताओं की पहचान भड़काऊ भाषण के बाद देशभर में बनी है। अब ऐसे ही एक नए नेता भाजपा की राजनीति में इन दिनों चमक रहे हैं, जिनका नाम है कपिल मिश्रा।
पिछले दिनों दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अपने भड़काऊ भाषण और विवादित बयान की वजह से पूरे देश भर में चर्चा में आने वाले कपिल मिश्रा पर गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के दिग्गज नेता पूरी तरह मेहरबान हैं। पहले दिनों दिए गए अपने विवादित बयान की वजह से आप उनको धमकियां मिलने लगी है। यह बात जब केंद्र सरकार को मालूम हुई तो उन्होंने आनन-फानन में कपिल मिश्रा को वाई प्लस की सुरक्षा उपलब्ध कराने में देर नहीं की।
विवादित बयानों की वजह से कपिल मिश्रा को मिल रही थी धमकियां
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मॉडल टाउन से भाजपा की टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़े थे लेकिन वहां से वह जीत नहीं पाए। लेकिन दिल्ली हिंसा से पहले भड़काऊ बहनों की वजह से लगातार सुर्खियों में छाए हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने कपिल मिश्रा को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया गया।
इसके तहत कपिल मिश्रा के साथ 24 घंटे 6 जवान तैनात रहेंगे, बीते दिनों ही कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुझे धमकियां मिल रही है। हालांकि, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस की ओर से वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, लेकिन गृह मंत्रालय, जिन्हें दिल्ली पुलिस रिपोर्ट करती है, को फैसले की कोई जानकारी नहीं है।
गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस ने कपिल मिश्रा को सुरक्षा देने में देर नहीं लगाई
पिछले साल बीजेपी में शामिल हुए कपिल मिश्रा ने एक मार्च को ट्वीट करते हुए कहा था कि मुझे भारत और विदेश से फोन, व्हाट्सएप और ईमेल पर धमकियां मिल रही हैं। कपिल मिश्रा को मिली धमकियों को गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस में बहुत गंभीरता से लिया है। कपिल मिश्रा के साथ दो निजी सुरक्षा अधिकारी मिले हैं, जो उनके साथ 24 घंटे रहेंगे, इसके अलावा चार और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार, पीएसओ में से एक स्वचालित राइफल से लैस होगा, जबकि दूसरे के पास पिस्टल होगा, बाकी चारों पुलिसकर्मी हथियारों से लैश रहेंगे। कपिल मिश्रा के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई है और उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। इस मामले की सुनवाई 13 अप्रैल को होगी।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार