श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने स्वीकार किया है कि सुरक्षा व्यस्था में चूक की वजह से भारतीय जनता पार्टी के नेता वसीम बारी, उनके पिता वसीम अहमद तथा उनके भाई उमर बशीर की हत्या हुई।
कुमार ने स्वीकार किया कि सुरक्षा -व्यस्था में चूक हुई और बताया कि भाजपा नेता की सुरक्षा में तैनात 10 पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 38 वर्षीय भाजपा नेता वसीम, उनके पिता तथा उनके भाई की आतंकवादियों ने बुधवार की रात नजदीक से गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस वारदात के समय ये लोग अपने घर से सटे अपनी दुकान पर बैठे हुए थे। इस वारदात समय के समय इन लोगों के पास एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं था,जिसके कारण आतंकवादी वारदात को अंजाम देकर भाग निकलने में कामयाब हो गए।
बारी एक निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के हकदार थे लेकिन उनकी जान को गंभीर खतरा होने के कारण उनकी सुरक्षा में दो पीएसओ लगाए गए थे। इसके अलावा पुलिस की कार्यकारी शाखा के आठ कर्मी भी उनकी सुरक्षा के लिए थे।
कुमार ने बताया कि घटना से समय आठ सुरक्षाकर्मी वसीम के घर पर मौजूद थे, जो सुरक्षा के लिए काफी है। उन्होंने कहा कि यदि वसीम के साथ दो पुलिसकर्मी भी होते, तो वे आतंकवादियों को मार सकते थे।
उन्होंने कहा कि यह पुलिसकर्मियों की ओर से सुरक्षा में की गई चूक का मामला है। उन्होंने कहा कि हम कार्रवाई करेंगे। हमने वसीम की सुरक्षा में तैनात सभी 10 पुलिकर्मियों को निलंबित कर दिया है और वे सभी लोग सेवा से बर्खास्त होंगे। सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पता चला है कि यह हमला पूर्व नियोजित था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने पहले ही योजना बनाई और पहले पैदल आकर वसीम से सम्पर्क किया। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक आतंकवादी वसीम पर नजर रख रहा था। भाजपा नेता जब गाड़ी से अपनी ससुराल गए और लौटे, तब भी उन पर नजर रखी जा रही थी।
उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों ने बुधवार रात बारी, उनके पिता बशीर अहमद और भाई उमर बशीर की उनके घर से सटे एवं एक थाने के सामने स्थित दुकान पर गोली मार कर हत्या कर दी थी।