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दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में भाजपा नेताओं का आमरण अनशन
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दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में भाजपा नेताओं का आमरण अनशन

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दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में भाजपा नेताओं का आमरण अनशन
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नयी दिल्ली | दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता, सांसद प्रवेश वर्मा और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी।

सर्वश्री गुप्ता , वर्मा और सिरसा अरविंद केजरीवाल और तीन अन्य मंत्रियों के राजनिवास कार्यालय में धरने के विरोध में बुधवार से दिल्ली सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर धरने पर थे। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक जगदीश प्रधान और आम आदमी पार्टी (आप) से निलंबित विधायक भी धरने पर हैं।

गुप्ता ने केजरीवाल और उनके तीन मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के राजनिवास पर धरने को गैर कानूनी और असंवैधानिक बताया है। राजनिवास कार्यालय में धरने में शामिल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बुधवार से और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मंगलवार से अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं।

विपक्ष के नेता ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखकर केजरीवाल के व्यवहार को बचकाना. अड़ियल और गैर जिम्मेदाराना बताते हुए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है और पेयजल का बड़ा संकट है। इसके साथ ही जल-जनित बीमारियों की वजह से महामारी फैलने का जोखिम है। इन समस्याओं की तरफ ध्यान देने की बजाय मुख्यमंत्री और उनके तीन मंत्रिमंडल सहयोगी उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ राजनिवास कार्यालय में धरने पर हैं।

गुप्ता ने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए कहा है कि श्री केजरीवाल और उनके मंत्रियों को धरना खत्म करके तुरंत कार्यालय में जाकर काम करने के लिए निर्देश दिया जाये। उनके बचकाना व्यवहार ने संविधान की सभी शर्तों की हदें पार कर दी हैं और इस पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।