उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में माहौल खराब करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा का पूरे मुल्क में टारगेट कोई है, वह राजस्थान है और इसलिए दंगे भड़क रहे हैं।
कांग्रेस चिंतन शिविर की तैयारियों का जायजा लेने आज यहां पहुंचे गहलोत ने हवाई अड्डे पर मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि हिंसा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा घबराई हुई हैं और राज्य में इसके नेताओं को ऊपर से इनके हाईकमान से निर्देश मिले हुए हैं कि राजस्थान सरकार को जितना बदनाम कर सको करो तथा जितनी अस्थिरता कर सको करो। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बन गए, उनमें प्रतिस्पर्धा है और उन्हें होमवर्क दे दिया गया हैं। इसलिए ये लोग लंबा खींच रहे हैं जबकि करोली में शीघ्र ही शांति हो गई थी लेकिन चला रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगढ़ की घटना भाजपा की खुद की हुई हैं की जोधपुर की घटना में केन्द्रीय मंत्री और पूर्व मंत्री सब उत्तर गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इनको मैसेज आते हैं किस प्रकार खिलाफ में प्रचार चलाना है। गहलोत ने कहा कि मैंने पहले ही था कि इनके जेपी नड्डा आग लगाने आए हैं, नड्डा आए और आग लग गई करौली के अंदर, राजगढ़ नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड है और 35 में से 34 पार्षद भाजपा के हैं और सड़क चौड़ी करने का प्रस्ताव पास किया गया और बदनाम कांग्रेस को कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कल जोधपुर में जो कुछ हुआ कोई ऐसा मुद्दा नहीं था कि जहां दंगा भड़कने की स्थिति आए, ये तो हम लोगों ने दंगा कहीं होने नहीं दिया, न करौली में, न राजगढ़ में, न जोधपुर में, इसीलिए कोई कैजुअलिटी नहीं हुई, कोई बड़ी घटना नहीं हुई। वरना आप जानते हो कि जब हिंदू-मुस्लिम के दंगे हुए हैं तो क्या स्थिति बनती है, देश के अंदर क्या-क्या हालात हुए हैं उत्तर प्रदेश के अंदर, बिहार के अंदर, जहां-जहां दंगे हुए हैं, गुजरात के अंदर, वो काले अक्षरों में लिखा गया है इतिहास में।
हमने यहां पूरा चाक-चौबंद किया हुआ है पुलिस को, इसीका परिणाम है कि करौली की घटना जो हुई थी उसके बाद रामनवमी आई तो राजस्थान में सब जगह सब धर्मों ने रामनवमी के जुलूसों का स्वागत किया, फूल बरसाए और उसी दिन सात राज्यों में दंगे भड़के हैं, बुलडोजर चले गरीबों पर। क्या क्या नहीं हुआ हैं, यहां शांति रही और शांति इनको हजम नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि वह तमाम पार्टी से अपील करते हैं जहां तनाव होता है वहां वे लोग आगे आओ शांति की अपील करो। यह जनप्रतिनिधि की ड्यूटी बनती है लेकिन भाजपा ऐसा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह संविधान और लोकतंत्र की धज्जिया उड़ाई जा रही है, जनता इनकी असलियत को समझ रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जोधपुर में अब शांति हैं और सदभावना का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चिंतन शिविर की तैयारी शुरु हो गई और 13 से 15 मई को पूरे देशभर से हमारे वरिष्ठ नेता आएंगे और इसे लेकर सब कार्यकर्ताओं में उत्साह भी है।