सबगुरु न्यूज-सिरोही। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी को सोमवार को सिरोही के नवीन भवन में अपनी ही पार्टी के सिरेाही मंडल महामंत्री के बगावती तेवर से दो चार होना पडा।
देवनानी सोमवार को सिरोही में डिस्ट्रीक्ट माइनिंग फंड से जिले के विभिन्न विद्यालयों में बनने वाले कक्षा कक्षों के लोकापर्ण एवं शिलान्यास के लिए सिरोही आए थे। कार्यक्रम का आयोजन सिरोही के नवीन भवन विद्यालय में था। देवनानी के पहुंचने के बाद सिरोही मंडल महामंत्री शंकरसिंह परिहार उनके पास कुछ परिवेदना लेकर गए। देवनानी ने उनसे कहा कि कार्यक्रम के बाद आपकी बात सुनेंगे।
यह सुनकर परिहार आका्रेशित हो गए। उन्होंने कहा कि कैसे नहीं सुनेंगे आप। आपको सुननी होगी हमारी बात। आप हमारी पार्टी के मंत्री हैं। आप नहीं सुनेंगे तो कौन सुनेगा। परिहार ने यह भी कहा कि आप पहले भी आए थे तो कार्यकर्ताओं से मिले बिना चले गए थे।
महामंत्री को ये तेवर देखकर देवनानी भी तैश में आ गए। उन्होंने कहा कि आप इस तरह बात करेंगे तो आपकी बात अभी नहीं सुनूंगा। कार्यक्रम के बाद मिलकर आप अपनी बात बताइयेगा। यह कहते हुए वह कार्यक्रम स्थल में पहुंच गए।
जिलाध्यक्ष ने की रोकने की कोशिश
परिहार को आक्रोशित देखकर शिक्षामंत्री के साथ आए गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, पिण्डवाडा विधायक समाराम गरासिया, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी भी सकते में आ गए। जिलाध्यक्ष ने परिहार का पेट पकडते हुए उन्हें मीडिया के सामने इस तरह का व्यवहार नहीं करने की भी बात कही।
बाद में परिहार से देवनानी बंद कमरे में मिले। यहां पर परिहार ने उन्हें कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनने और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के करीबियों के स्थानांतरण आदि की समस्याओं का निराकरण नहीं करने का आरोप लगाते हुए एक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन उन्हें सौंपा।
देवासी के साफे पर साफा
कार्यक्रम के दौरान देवासी का साफापोशी को देखकर सबके चेहरे पर मुस्कान बिखर गई। देवासी हमेशा अपने सिर पर लाल रंग का साफा पहनते हैं। नवनी भवन में कार्यक्रम के दौरान उनकी साफापोशी के लिए लाल साफा उतारने का अनुरोध किया तो देवासी ने लाल साफे के उपर ही साफा रख देने का अनुरोध किया। ऐसा करते ही सभा भवन में बैठे लोगों के चेहरों पर मुस्कान तैर गई।
करोडों के काम, जनता नदारद
सरकार की दुर्गति के दिन सरकारी आयोजनों में दिखने लगे हैं। शिक्षा मंत्री देवनानी ने नवीन भवन में करोडों रुपयों के कामों का शिलान्यास किया, लेकिन इस कार्यक्रम को देखने के लिए दर्जन भर भाजपाइयों को छोडकर आम जनता तो थी ही नहीं। इतना ही नहीं कार्यक्रम शुरू हुआ तो शुरू की तीन-चार पंक्तियों को छोडकर पीछे की सारी कुर्सियां खाली ही थी। भाजपाइयों का तो यह भी कहना था कि सुधार नहीं किया तो इन नेताओं के कार्यक्रम में कार्यकर्ता ऐसे ही नदारद रहेंगे।
किया लोकार्पण
प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षा एवं भाषा विभाग विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधीन प्राथमिक शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्र्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार किए है, जिससे कि राजस्थान में शिक्षा ने नई करवट लेनी शुरू की है।
वे आज राउमावि नवीन भवन स्कूल के प्रांगण में डिस्ट्रिक मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट के तहत 5 करोड 93 लाख रूपए की लागत से जिले की 41 स्कूलों में निर्मित 85 कक्षा-कक्षों का शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते रहें थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्धारा शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार कर सफलता के आयामों को स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि लगातार प्रयत्नों को करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता को बढाया है यह तभी संभव हुआ है इसमें शिक्षक एवं प्रदेश सरकार की मेहनत रंग लाई है। उन्हांेने कहा कि आगामी वर्षो के लिए भी शिक्षा के लिए कई योजनाएं बनाई है। उन्होंने जानकारी देकर बताया कि राजस्थान के जो जिले खनन से जुडे हुए है उन्हींें जिलों में राशि दी गई है, जिससे कि विद्यालयों का ढांचा एवं अन्य सुविधाए मुहैया करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि 600 करोड की राशि नाबार्ड ऋण लेकर प्रत्येक स्कूलों में तीन-तीन कमरे बनवाने जा रहें है। उन्होंने शिक्षकों के पदों , नियुक्ति, पदोन्नति की भी जानकारी दी तथा बताया कि शिक्षा व शिक्षकों दोनो के हितों को ध्यान में रखकर स्थानांतरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में वातावरण अच्छा हों, इसके लिए भी पीओ नियुक्त किया गया है। जो स्कूलों की माॅनेटरिंग करेंगा ।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ किया गया है इसी तर्ज पर शिक्षा के क्षेत्र में भी डीओएफ करने जा रहें है तथा मेरा भारत महान को गलियारों में दर्शन जीवन के बारें में पढाया जाएगा । उन्होंने कहा कि 7 हजार स्कूलों को क्रमोन्नत किया गया तथा मिड डे मिल में सप्ताह में तीन दिन दूध दिया जाएगा।
गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी पूरे जिले में खनन से जुडा हुआ होने के कारण जो डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से जो राशि मिली है यह बहुत सौभाग्य की बात है, इससे स्कूलों में कक्षा-कक्षों की व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाए आसानी से हो पाएगी। इस तरह के कार्य होने से एक अच्छा संदेश दूसरे प्रांतो को जाता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा में कई नवाचार हुए है, जिससे कि आधुनिक युग में दी जाने वाली शिक्षा से बालक-बालिकाएं लाभांवित हो रहें है और वे लाभ दृष्टिगत भी हो रहा है और शिक्षा स्तर भी बढ रहा है।
जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया कहा कि डीएमएफटी के फंड से स्कूलों में जो कार्य किए जा रहें है वे शिक्षा के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित हो रहे है, और नए आयाम स्थापित किए जा रहें है, विद्यालयों में इस फंड से विकास के कार्य को करवाया जा रहा है तथा विद्यालय सभी सुविधाओं से पूर्ण होगा।
उन्होंने कहा कि पहले अभिभावक सरकारी स्कूलों में बालकों को अध्ययन नहीं करवना चाहते थे परन्तु अब स्थितियां बदल गई है। विद्यालयों का एकीकरण, नामाकरण, बालिका शिक्षा, मिड डे मिल, विद्यालय क्रमोन्नत, शिक्षकों के पदों की पूर्ति, संस्था प्रधानों की नियुक्ति पदोन्नति तथा कई अन्य कदम उठाकर शिक्षा को उच्च स्तर तक लाया गया है।
उप निदेशक शीशराम ने आभार ज्ञापित किया तथा रमासा के अशोक व्यास ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया मंच का संचालन का राजेश बारबर ने किया।
इस मौके पर आबू-पिंडवाडा विधायक समाराम गरासिया, रेवदर विधायक जगसीराम कोली, यूआईटी चैयरमैन सुरेश कोठारी, आबूरोड नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश सिदंल,भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी, विरेन्द्र सिंह चैहान, महीपालसिंह, गणपतसिंह, प्रवीण राठौड, हेमलता पुरोहित, महालक्ष्मी झा, दम्यंती डाबी समेत अन्य जन प्रतिनिधि व शिक्षाविद उपस्थित थे।
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