जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा ने महिला अत्याचार को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बुधवार को थाली नाद कर जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री निवास की तरफ कूच किया।
प्रदर्शन के दौरान महिला मोर्चा की पदाधिकारी, महिला मोर्चा की प्रभारी एवं सांसद दीया कुमारी, सांसद रंजीता कोली सहित सैकड़ों महिलाओं ने थाली बजाते हुए मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच किया। बाद में पुलिस ने महिलाओं को सिविल लाइंस फाटक पर अवरोधक लगाकर रोक दिया।
महिलाओं ने अवरोधक लांघ कर आगे जाने की कोशिश की। इस पर महिला कार्यकर्ताओं और महिला पुलिस के बीच धक्कामुक्की एवं खींचतान में रंजीता कोली सहित कई महिलाओं की तबीयत बिगड़ी गई और इस दौरान कई महिलाओं के हल्की चोटें भी आई। कोली सहित लगभग एक दर्जन महिलाओं को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया गया कि इसके अलावा कई महिलाओं को अन्य अस्पतालों में भी इलाज के लिए ले जाया गया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने दीया कुमारी एवं महिला मोर्चा की पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया और अन्य जगह ले जाकर छोड़ दिया गया।
इससे पहले प्रदर्शन के लिए मोर्चा के नेतृत्व में दोपहर को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर एकत्रित हुईं और यहां एक सभा का आयोजन किया गया। इसे महिला मोर्चा की पदाधिकारियों और प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी एवं सांसद दीया कुमारी एवं अन्य ने संबोधित किया।
इस दौरान जोशी ने कहा कि सरकार को जगाने का एक प्रकार से यह बड़ा आंदोलन खड़ा किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है जो प्रदेश के गौरवशाली इतिहास को शर्मसार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुखिया का बयान है कि दुष्कर्म के दर्ज मामलों में 65 प्रतिशत मामले फर्जी पाए जाते हैं। उनके एक मंत्री कह चुके हैं कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, ऐसी बातें शोभा नहीं देती।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं बची है और अगर महिला अपनी शिकायत लेकर अधिकारी के पास जाती है तो वहां भी अस्मत मांग ली जाती है। जोशी ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार आने पर नारी शक्ति को जो तिरछी नजर से देखेगा उसे सख्त से सख्त सजा मिलेगी।
इस मौके दीया कुमारी ने कहा कि आज राजस्थान बलात्कार के मामले में नम्बर-एक पर है। लोग इसे राजस्थान की जगह रेपिस्थान कह रहे हैं। यह हमारे लिए शर्म की बात है। कानून व्यवस्था का जिम्मा राज्य सरकार के पास है। गृह विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास रखा हुआ है। लेकिन वह साढ़े चार साल अपनी कुर्सी बचाने में ही लगे रहे। ऐसे में प्रदेश की महिलाएं सरकार से जिस संरक्षण की उम्मीद लगाए बैठी थीं, वह उन्हें कभी मिला ही नहीं।
दीया कुमारी ने प्रदर्शन में घायल हुईं कोली एवं अन्य महिलाओं की एसएमएस अस्पताल जाकर कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा अरुण चतुर्वेदी भी अस्पताल पहुंचकर कुशलक्षेम पूछी। इसके बाद दीया कुमारी ने महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अल्का मूंदड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष जयश्री गर्ग, प्रदेश मीडिया प्रभारी स्नेहा कंबोज एवं अन्य महिलाओं से राजस्थान अस्पताल में मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।