भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के टोलनाके से जुड़े मामले में खुद को पांच घंटे तक थाने में बैठाए रखने का दर्द भावुक अंदाज में जाहिर करने के बाद अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने सरकार को टोल कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी विधायक कालू सिंह ठाकुर ने अपने सुरक्षाकर्मी के साथ एक टोल नाके पर मारपीट होने का मामला उठाते हुए कहा कि इसके बाद उन्हें स्वयं मामला दर्ज कराए जाने के लिए पांच घंटे पुलिस थाने में बैठाए रखा गया।
उन्होंने सरकार से पूछा कि इस मामले में जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हुई। भावुक अंदाज में ठाकुर ने यहां तक कहा कि इस मामले से व्यथित होते हुए उन्होंने अब धार जिले से राजधानी भोपाल तक कार से आना छोड़ दिया है और वे बस से सफर करते हैं।
गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने जवाब में बताया कि सभी विधायकों को सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन उनके पास पहचानपत्र नहीं होने और उनके निर्धारित वेशभूषा में नहीं होने के चलते कई बार ऐसे मामले हो जाते हैं।
इस पर प्रश्नकर्ता विधायक ठाकुर ने कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी के पास पहचानपत्र था और जवाब में झूठी जानकारी दी गई है। भाजपा विधायक के इस रुख पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए विधायकों की सुरक्षा नहीं होने का आरोप लगाया।
मंत्री ठाकुर ने सभी विधायकों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा भी दी जाएगी। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने सरकार को आदेश दिया कि टोलनाकों पर कर्मचारी कई बार आपराधिक प्रवृत्ति के होते हैं और सरकार उनका पुलिस सत्यापन सुनिश्चित कराए।