मुंबई। महाराष्ट्र सरकार पर लगाये आरोपों के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राम कदम ने सोमवार को कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को नार्को टेस्ट के लिए जाना चाहिए कि वे झूठ तो नहीं बोल रहे हैं।
कदम ने संवाददाताओं से कहा यदि वे सच बोल रहे हैं, तो उन्हें नार्को टेस्ट के लिए जाना चाहिए, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। यहां तक कि सीता जी को भी अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा था, इसलिए मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को नार्को टेस्ट के लिए जाने में संकोच क्यों हो रहा है।
उन्होंने (परम बीर सिंह) ने यह पत्र उनके स्थानांतरण के बाद लिखा था, इसलिए सबको जानने की जरूरत है कि इस पत्र के पीछे उनका मकसद क्या था, किस तरह की राजनीतिक दबाव था उन पर।
एक ट्वीट में, भाजपा विधायक ने कहा कि रविवार दोपहर को शरद पवार कहा कि अनिल देशमुख के बारे में लगाए गए आरोप गंभीर हैं। मुख्यमंत्री इस पर फैसला लेंगे। लेकिन कुछ घंटों बाद, शरद पवार रात में देशमुख के बचाव में आ गए।
कदम ने कहा कि पूरा देश जानना चाहता है कि दोपहार से रात तक में ऐसा क्या हुआ कि पवार को अपना रुख बदलना पड़ा। क्या अनिल देशमुख ने इस दौरान कोई धमकी दी। क्या इसमें राष्ष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और बड़े चेहरे शामिल हैं। क्या रुपए के वसूली में इन लोगों का भी कोई हिस्सा है। क्या उनके नाम उजागर करने की बात कही। क्या यही कारण है कि पवार ने रात में कहा कि देशमुख के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।