सबगुरु न्यूज-सिरोही। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सामने बैठक में ही आबू-पिंडवाड़ा विधायक समागम गरासिया ने माउंट आबू उपखंड अधिकारी और रेवदर एमएलए जगसीराम कोली से रेवदर मंडार के सर्कल एक थानेदार के रवैये के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। इसे लेकर पायलट ने तीनों विधायकों के साथ अलग से बैठक की।
सूत्रों के अनुसार इस विशेष बैठक में समाराम गरासिया ने पायलट के सामने आरोप लगाया कि माउंट आबू एसडीएम उनका और अन्य जनप्रतिनिधियों के फोन तक नहीं उठाते । उन्होंने आरोप लगाया कि पानी की किल्लत चल रही है। वहां के एसडीएम ने एकाएक टैंकर बन्द कर दिए और बोरवेल सीज कर दिए। माउंट आबू पालिकाध्यक्ष का फोन आने पर जब उन्होंने माउंट आबू एसडीएम को कई फोन लगाये तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
इसके बाद उन्होंने कलेक्टर को फोन करके एसडीएम द्वारा फोन नहीं उठाने और शेष सारी समस्या बताई। फिर बाद में कलेक्टर ने एसडीएम से इस मुददे पर बात की। पायलट के सामने गरासिया ने ये भी आरोप लगाया कि माउंट आबू आयुक्त के रूप में एसडीएम ने बोर्ड को दरकिनार कर रखा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि 9 करोड़ के विकास कार्य रुके हुए हैं। पायलट को उन्होंने बताया कि रघुनाथ मंदिर धार्मिक स्थान है उसकी तरफ जाने वाले रास्ते को बेरिकेटिंग लगाकर बन्द कर दिया है इससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि माउंट आबू के लोगों को बिल्डिंग बाई लॉज़ पास होने के बाद भी निर्माण मरम्मत की अनुमति नहीं दी जा रही है।
माउंट आबू में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली टोकन प्रणाली को यथावत रखा हुआ है। उल्लेखनीय है कि माउंट आबू एसडीएम द्वारा जन प्रतिनिधि का फ़ोन नहीं उठाने का मामला लगातार दूसरे दिन सामने आया है। शनिवार को इसी मुद्दे को लेकर माउंट आबू पार्षद सुनील आचार्य ने एसडीएम के समक्ष ही आपत्ति दर्ज करवाई थी।
वहीं रेवदर एमएलए जगसीराम कोली ने थानेदार की कार्यप्रणाली पर सचिन पायलट से हुई विशेष बैठक में आपत्ति दर्ज करवाई। उन्होंने आरोप लगाया कि वे भी जनप्रतिनिधियों के प्रति सामान्य व्यवहार नहीं रखते। पायलट के सामने उन्होंने आरोप लगाया कि मंडार से महाराष्ट्र में टैंकरों में भरकर बजरी निकल रही है।
इस ओर कोई नियंत्रण उनका नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों को बजरी के मामले में परेशान किया जा रहा है। पायलट ने दोनों विधायकों की बात सुनकर इस पर उचित करवाई का आश्वासन दिया।
–बैठक में सामने आए अनियमितता के ये मुद्दे
सचिन पायलट के साथ हुई बैठक में जन प्रतिनिधियों ने जिले में व्याप्त अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। जिला प्रमुख ने बताया कि ग्राम सेवको का स्थानांतरण करने के बाद बीडीओ एक दो महीनों में फिर से उन्हें पुरानी जगह लगा देते हैं, इससे लोगों में गुस्सा व्याप्त होता हैं।
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने बताया कि ग्राम सेवक पट्टा बुक अपने साथ ले जाते हैं उसे ग्राम पंचायत में जमा नहीं करवाते। उन्होंने आरोप लगाया कि बाद में सरपंचों के हस्ताक्षर करवाकर भ्रष्टाचार करते हैं। ऐसके में पट्टा बुक जमा नहीं करवाने वाले ग्राम सचिवों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाए।
लोढा ने जल स्वावलंबन के कामों में हुए भ्रष्टाचार की जांच करवाने की बात रखी। इसी तरह पिडब्ल्यूडी की जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ 91 की कार्रवाई नहीं किये जाने को लेकर भी उन्होंने पायलट के सामने बात रखी।