संतकबीर नगर। पार्टी विद द डिफरेंस का दम्भ भरने वाली भाजपा को बुधवार उसके ही सांसद और विधायक ने सरेआम शर्मिंदा कर दिया। महज शिलान्यास पत्थर पर नाम नहीं होने के विवाद में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी ने भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल को जूतों से पीट डाला। अब इस घटना को वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
घटना संत कबीरनगर में जिला योजना बैठक के दौरान हुई। प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन की मौजूदगी में यह सब हुआ। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सांसद-विधायक को लखनऊ तलब किया है। वही केंद्रीय नेतृत्व ने भी पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है।
घटना के वक्त कई विधायक, अधिकारी और पुलिस भी मौजूद थी। घटना के बाद दोनों के उत्तेजित समर्थक करीब तीन घंटे तक आमने-सामने रहे और बीच में पुलिस दोनों पक्षों को रोके रही। डीएम ने सांसद को अपने चैम्बर में बैठाकर बाहर फोर्स लगा दी। विधायक बाहर अपने समर्थकों के बीच चले गए।
रात करीब पौने आठ बजे विधायक समर्थकों ने पीछे के गेट से सांसद तक पहुंचने का प्रयास किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद कलक्ट्रेट की बिजली काट दी गई। अंधेरे में करीब 8 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस सांसद को परिसर से निकाल ले गई। दूसरी तरफ सांसद पर कार्रवाई की मांग और लाठीचार्ज के विरोध में विधायक कलक्ट्रेट में समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।
हुआ यूं कि शाम 4 बजे कलक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री टंडन की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। सांसद त्रिपाठी ने मंगलवार को हुए सड़क शिलान्यास के पत्थर पर अपना नाम न होने की बात शुरू की और संबंधित इंजीनियर से पूछा कि उनका नाम पत्थर पर क्यों नहीं है।
इंजीनियर जवाब देते, उससे पहले ही विधायक बघेल बोल पड़े। उन्होंने कहा-यह मुझसे पूछो। मैं विधायक हूं। सांसद ने आपत्ति की और कहा कि मैं इंजीनियर से पूछ रहा हूं। बीच में बोलने की जरूरत नहीं है।
इसी बीच में विधायक ने पहले देख लेने की धमकी दी फिर जूता निकालने की बात भी कह दी। इतने में सांसद ने पलक झपकते ही अपना जूता निकाल लिया। जब तक कोई कुछ समझ पाता, सांसद ने एक के बाद एक सात बार विधायक को जूते से पीट डाला। विधायक ने सांसद को थप्पड़ मारे। तब तक पुलिस बीच में आ गई। डीएम रवीश गुप्ता और एएसपी असित श्रीवास्तव ने अन्य अधिकारियों की मदद से दोनों को अलग कराया।