लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर में भारतीय जनता पार्टी सांसद और विधायक के बीच हुई मारपीट की घटना को गंभीरता से लेते हुए पार्टी आलाकमान ने दोनों को लखनऊ तलब किया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने संतकबीर नगर की जिला योजना समिति की बैठक में हुए विवाद के प्रकरण को अशोभनीय एवं अत्यन्त अमर्यादित आचरण बताते हुए मामले का गंभीरता से लेते हुए सांसद शरद त्रिपाठी एवं विधायक राकेश सिंह बघेल को तत्काल लखनऊ बुलाया है।
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं से जल्द से जल्द पार्टी मुख्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को कहा गया है। इस संबंध में दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
बतादें कि संतकबीरनगर जिले में शिलान्यास पट्टिका पर अपना नाम नहीं होने से बिफरे भारतीय जनता पार्टी सांसद ने पार्टी विधायक की भरी सभा में जूते से पिटाई कर दी।
कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को यह अप्रिय हालात उस समय पैदा हुए जब प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। इस दौरान एक शिलान्यास पट्टिका पर अपना नाम न होने से बिफरे सांसद शरद त्रिपाठी ने विधायक मेंहदावल राकेश कुमार सिंह बघेल की जूते से जमकर पिटाई की। दोनों के बीच अभद्र भाषा का भी जमकर इस्तेमाल हुआ।
घटना को लेकर दोनों पक्षों के सैकड़ों कार्यकर्ता आमने सामने आ गए और जमकर नारेबाजी की। मौके पर तनाव के मद्देनजर भारी पुलिस बल बुला लिया गया। घटना के तत्काल बाद जिले के प्रभारी मंत्री लखनऊ रवाना हो गए। अधिकारी उन्हें विदा भी नहीं कर सके।
पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी और मारपीट की घटना हुई है। दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बैठक के दौरान सांसद शरद त्रिपाठी ने अधिशासी अभियंता लोनिवि (प्रांतीय खण्ड) एके दूबे से विधानसभा क्षेत्र मेंहदावल के कुछ शिलान्यास/लोकार्पण पट्टिकाओं पर सिर्फ़ विधायक का नाम होने पर डांट लगाई।
विधायक राकेश सिंह बघेल के विरोध जताने पर सांसद भड़क गए और गाली गलौज करने लगे। जवाब में विधायक ने भी गाली दी। इस पर सांसद ने जूता निकाल कर विधायक की जमकर पिटाई शुरू कर दी। यह स्थिति देखकर प्रभारी मंत्री सहित सभी अधिकारी व समिति के सदस्य अवाक रह गए और मंत्री बैठक से उठकर चले गए।
विधायक भी मारपीट का जवाब देते लेकिन अधिकारियों और पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। अधिकारियों ने सांसद को जिलाधिकारी के चैंबर में बैठा दिया। इस दौरान राकेश सिंह बघेल के समर्थक जुट गए और बाद में सांसद शरद त्रिपाठी के समर्थक भी आ गए। दोनों पक्षों में जमकर नारेबाजी होती रही। अधिकारी और पुलिस बल असहाय महसूस कर रहे थे।