जयपुर। सुप्रीमकोर्ट द्वारा राममंदिर की सुनवाई के दौरान राम के वंशज के बारे में सवाल पूछने पर राजस्थान में जयपुर राजघराने की पूर्व राजकुमारी दीयाकुमारी ने दावा किया है कि उनका परिवार राम का वंशज है।
राजसमंद की सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि राजघराने के पोथीखाने में नक्शे और पत्रावलियां सुबूत के रूप में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हम कुश के वंशज हैं और देशभर में लव के भी वंशज हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वंशावली के अनुसार दशरथ 62वें और राम 64वें वंशज हैं। उनके पिता भवानी सिंह 307वें वंशज थे और उनका नम्बर 308वें पर आता है।
दीयाकुमारी ने कहा कि मंदिर में ऐसे दस्तावेज मिलते हैं जिसके अनुसार अयोध्या महाराजा जयसिंह के अधीन आता था और सवाई जयसिंह ने ही 1717 से 1725 के बीच मंदिर का निर्माण कराया था।
दीयाकुमारी ने कहा कि वह अपनी तरफ से अदालत में कोई दस्तावेज पेश नहीं करेंगी, लेकिन अदालत उनसे सुबूत मांगे तो वह देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर राममंदिर का बनाने का रास्ता साफ होता है तो उन्हें किसी भी तरह की मदद करने में खुशी होगी।
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार ने भी लव का वंशज होने का दावा किया