अलवर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत यात्रा के 19 दिसंबर को अलवर में प्रवेश करने से दो दिन पहले ही शनिवार को भारतीय जनता पार्टी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने किसानों के साथ उनकी मांगों को लेकर अलवर के राजगढ़ में प्रदर्शन किया और बाद में राहुल गांधी से मिलने के लिए सुरेर गांव में धरने पर बैठ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरेर गांव में जहां राहुल गांधी के भोजन का इंतजाम किया गया है, उसी स्थान पर डॉ मीणा बड़ी संख्या में युवाओं के साथ धरने पर बैठ गए। इससे पहले मीणा जमीन कुर्की मामले वाले सैकड़ों किसानों को लेकर राजगढ़ पहुंचे। राजगढ़ में मीणा के नेतृत्व में किसानो की कर्ज माफ़ी और बेरोजगारो को रोजगार और शराब ठेको के कोरोना काल के दौरान लगाई गई पैनल्टियों को वसूलने के लिए उनके संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश को निरस्त करने की मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया।
बड़ी संख्या में किसानों की भीड़ हाथों में तख्ती और बैनर लेकर प्रदर्शन कर रही थी तभी उनसे वार्ता करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राजस्थान के मंत्री टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेसी नेता वहां पहुंचे और उनसे बात की लेकिन बातचीन सफल नहीं हो पाई। इस दौरान भीड़ ने रास्ता जाम कर दिया। बाद में पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया। उसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोग पैदल कूच करते हुए दौसा की तरफ रवाना हो गए। शाम तक वह सुरेर गांव पहुंचे जहां से राहुल गांधी की यात्रा अलवर जिले में प्रवेश करेगी।
डा मीणा ने बताया कि उनको राहुल गांधी को एक ज्ञापन देना है। जिसमें वर्ष 2018 में चुनावों के दौरान कांग्रेस ने जो वादे किए उन्हें पूरे करने की मांग की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है, प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल लचर है। भ्रष्टाचार पनपा हुआ है। बेरोजगारों को नौकरियां नहीं मिल रही। उन्होंने बताया कि उनके साथ किसान आए हैं जिनकी जमीनें कुर्क हुई हैं, नोटिस दिए गए हैं।
मीणा ने किसानों के साथ सरेर गांव में धरना देने के बाद पुलिस एवं प्रशासन ने उनसे बातचीत कर मामला सुलझाने का प्रयत्न किया लेकिन कोई बात नहीं बन सकी और डा मीणा और किसान धरने पर बैठे हैं। उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा 19 दिसंबर को सुरेर गांव से अलवर जिले में प्रवेश करेगी।