प्रतापगढ़। भारतीय जनता पार्टी के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र में महिला के साथ दुर्व्यवहार मामले में पीड़िता को दिए जाने वाले पैकेज में भेदभाव नहीं करने की मांग करते हुए कहा है कि पैकेज में 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी के साथ रहने के लिए पक्का मकान देने की घोषणा की जानी चाहिए।
मीणा ने धरियावाद पहुंचकर रविवार को राज्य सरकार से यह मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासी बेटी को दिए गए पैकेज में भेदभाव ना करके 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी, रहने के लिए पक्का मकान की घोषणा करें। उन्होंने कहा कि थानागाजी के मामले जो पैकेज दिया उसी तरह इस मामले में भी दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनकी राज्य सरकार से मांग है की तीन घंटे में इन सभी मांगों को तुरंत प्रभाव से घोषणा करें अन्यथा में स्थानीय लोगों के साथ धरने पर बैठूंगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़िता और उसके परिवार से हमको मिलने नहीं दिया जा रहा उसके ऊपर दबाव बनवाया जा रहा है काउंसलिंग के नाम पर पीड़िता को इधर-उधर भेजा जा रहा है। यदि पुलिस कि काउंसलिंग पूर्ण हो गई हो तो बेटी को समाज को सुपुर्द करें।
मीणा ने कहा कि प्रदेश में दलितों, आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार चरम सीमा पर है, कानून व्यवस्था चौपट है, थोथी नारी सम्मान की बात करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी समाज की बेटी को नग्न वस्त्र करके पूरे गांव में घुमाया गया लेकिन लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और मणिपुर की घटना पर हल्ला मचाने वाला विपक्ष के गठबंधन आईएनडीआईए अब कहीं नजर नहीं आ रहे है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को इस मामले में पीड़िता को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।