प्रयागराज। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण का यही उचित समय है और अब भी यदि इस दिशा में पहल नहीं होती है तो आगे 50 सालों में यह संभव नही होगा।
गुप्ता ने रविवार को कहा कि केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकार है, इतना बड़ा बहुमत मिलना अब आसान नहीं है। मंदिर निर्माण का इससे बेहतर अवसर अब नहीं मिल सकता। अगर मंदिर का निर्माण इतने बहुमत के बाद भी अभी नहीं बना तो आगामी 50 सालों में ऐसा बहुमत मिलेगा या नहीं, कुछ कहा नही जा सकता। मंदिर का निर्माण तब अधर में लटक जाएगा।
प्रयागराज के सांसद ने कहा कि श्रीराम मंदिर बन जाए, खुशी की बात है। यह बहुत लम्बा प्रकरण भी है। उन्होंने बताया कि 1992 में यह वातावरण तैयार हुआ था। उसके 25 साल बाद अब समय आया है। जब हमारा पूरा बहुमत है। अब ऐसा बहुमत आने में फिर 50 साल लगेंगे।
उन्होंने कहा कि वैसे सभी चाहते हैं मंदिर निर्माण भाजपा के कार्यकाल में हो। अगर निर्माण में अब हीला हवाली हुई तो मंदिर निर्माण अधर में पड़ सकता है। असली हिन्दुत्व की भावना रखने वाला मंदिर निर्माण चाहता है। अगर पार्टी से इसे जोडा जाए तो असली हिन्दुत्व की भावना रखने वाले आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद के हैं जो भाजपा में हैं।
उन्होंने कहा कि ओरिजनल पुराना भाजपाई जो है उसमें हिन्दुत्व की भावना कूट-कूट कर भरी है लेकिन जो नया भाजपाई है उसमें तमाम प्रकार के गुण और दोष वाले व्यक्ति आ चुके हैं। गुप्ता ने कहा कि पार्टी में कुछ गलत लोग हैं जिसकी वजह से पार्टी बदनाम हो रही है।
अगर इसमें कुछ बदलाव होता है तो यह पार्टी हित में होगा। भाजपा में सत्ता पकड़ने के लिए जो नीतियां और रीतियां बनी वह दोषपूर्ण हो गई वर्ना भाजपा से बेहतर कोई पार्टी नहीं थी। चरित्र, ईमान, कार्य, विचार और राष्ट्र प्रेम में, हर चीज भाजपा में मौजूद थी सिवाय एक चीज छोड़कर वह थी हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा।
उन्होने कहा कि आज यदि देश से भुखमरी खत्म हो जाए, दोनों वक्त लोगों के घर चूल्हा जलने लगे, बदन ढ़कने के लिए कपड़े मिलने लगे, सिर पर छत का इन्तजाम हो जाए तो लोग हिन्दू-मुस्लिम की बात भूल जाएंगे। व्यक्ति अपने काम से काम रखे। बेगारी के कारण व्यक्ति के पास समय फालतू है तो राजनीति करने लग जाता है, और आजकल की राजनीति धंधा बन चुकी है।
गुप्ता ने कहा कि फूलपुर, गोरखपुर और कैराना उप चुनाव से पहले यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में मंच से नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव, भाई शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती पर रामायण के नकारात्मक पात्रों से तुलना की थी। तभी उन्होंने कहा था कि भाजपा यह चुनाव हार गई, जिसका परिणाम तीनों सीटों पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा।
उन्होंने बताया कि परिणाम आने के बाद पार्टी की हार को लेकर लोगों ने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने इस हार का कारण नन्दी की गलत बयानी बताया था। तब नन्दी ने कहा था कि उनका मानसिक संतुलन खो गया है।
एक सवाल के जवाब में गुप्ता ने बताया कि कुंभ मेला का समय बहुत कम रह गया है।जल्दबाजी के कारण हो रहे कामों में गुणवत्ता को लेकर आंख मूंदनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि कुंभ को लेकर जितना काम यहां हो रहा है वह चार-छह महीने का काम नहीं है। इसके लिए प्रर्याप्त समय की आवश्यकता होती है।
नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे कामों की गुणवत्ता और घोटाले को लेकर उनकी तल्ख टिप्पणी पर अब मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने उनपर मानसिक स्थिति अच्छी नहीं होने की टिप्पणी की। इस टिप्पणी को लेकर सांसद ने हालांकि कुछ ऐसा नहीं कहा लेकिन सारगर्भित यह अपनी अपनी सोच है जरूर कह दिया।
उन्होंने कहा कि जो निर्माण कार्य हो रहा है वह गुणवत्ता परक नहीं है। उनका कहना है इतना बड़ा बजट दुबारा नहीं आएगा, जो भी निर्माण कार्य हो वह गुणवत्ता परक होना चाहिए। यह नौबत नहीं आनी चाहिए कि अगले साल फिर पुर्ननिर्माण की आवश्यकता पडे।
सांसद ने कहा कि यदि 2019 का चुनाव नहीं होता तो कुंभ के लिए इतनी बड़ी राशि भी खर्च नहीं की जाती। कुंभ के नाम पर जो कुछ भी हो रहा है वह केवल चुनाव जीतने के तरीका है। इतनीे भारी बजट का तो अभी तक महाकुंभ भी नहीं हुआ जितना रशि कुंभ को लेकर सरकार खर्च कर रही है।