सबगुरु न्यूज-सिरोही। नगर परिषद के वर्तमान बोर्ड की सम्भवतः अंतिम सामान्य बैठक में सिरोही शहर के सबसे बड़े cctv घोटाले में अभियोजन स्वीकृति पर भाजपा ने विरोध जताया। भाजपा पार्षद शंकरसिंह परिहार, प्रवीण राठौड़, वीरेंद्र एम चौहान और जीतू खत्री ने इस घोटाले में तत्कालीन जेईएन जसपाल के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति करने का विरोध करते हुए उसके पक्ष में पैरवी की।
परिहार ने खुदपार्षद को जज बताते हुए जसपाल खिलाफ कार्रवाई को आगे बढ़ाने पर विरोध जताया तो विधायक संयम लोढ़ा ने उनकी हरकत को शर्मनाक बताते हुए मत विभाजन से इस प्रस्ताव को पास करवा दिया। जिस पर भाजपा के लगभग सभी पार्षद ने विरोध किया। उल्लेखनीय है कि करीब सवा करोड़ रुपये का ये घोटाला कांग्रेस बोर्ड में हुआ, लेकिन भाजपा के कार्यकाल में इनके आरोपियों को बचाने का आरोप लगता रहा। आखिर 6 साल बाद इस प्रकरण में एसीबी द्वारा आरोपित बनाये गए एक और के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिलने का बाद इसमे चार्जशीट पेश होने का रास्ता साफ हुआ है। 2013 के विधानसभा चनावों के दौरान सबगुरु न्यूज ने पहली बार cctv घोटाले को सार्वजनिक किया था और फिर ये घोटाला चर्चा में आ गया।
बैठक में भाजपा पार्षद रणछोड़, मगन में, जीतू खत्री, शंकरसिंह, वीरेन्द्र एम चौहान, प्रवीण राठौड़, मीनाक्षी, अमिया देवी, अरुणा, लता पटेल और प्रकाश कंवर तथा कांग्रेस के जितेंद सिंघी, ईश्वरसिंह, पिंकी रावल, सीता देवी, मारूफ कुरैशी, नैनाराम माली, महेंद्र मेवाड़ा, निर्दलीय शैतान सिंह और हिम्मत आदि मौजूद थे।
-लोढ़ा बोले शर्मनाक है भ्रष्टाचार का साथ देना
भाजपा पार्षद शंकरसिंह परिहार और प्रवीण राठौड़ द्वारा अभियोजन स्वीकृति की खिलाफत पर विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि इस घोटाले ने सिरोही नगर परिषद की नाक कटवाई है। इस प्रकरण की पूरी जांच भाजपा शासन में हुई।
भाजपा ने अपने शासनकाल में किसी आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस आदमी के समर्थन करने के लिए उनके पास भी 50 लोग आए लेकिन वो डिगे नहीं। उन्होंने नाम लिए बिना शंकरसिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यहां जज मत बनिये। एसीबी ने लंबी जांच के बाद कार्रवाई की अनुमति मांगी है। जो निरदोष होगा उसे न्यायालय से राहत मिल जाएगी।
फिर उन्होंने ये कहते हुए हाथ उठाकर मत विभाजन की बात की कि शहरवासियों को पता चल सके कि कौन लोग भ्रष्टाचार के साथ हैं। जिस पर सभापति धनपत सिंह और विधायक संयम लोढ़ा समेत 13 लोगों ने समर्थन किया। भाजपा के शेष पार्षद cctv घोटाले में जसपाल के खिलाफ कार्रवाई का विरोध में रहे। मत विभाजन के बाद भी पार्षद वीरेंद्र एम चौहान फिर पैरवी को उठे तो विधायक ने मत विभाजन के बाद किसी भी तरह का पक्ष रखने की परम्परा नहीं होने की बात कहते हुए अगले प्रस्ताव पर चर्चा के।लिए आयुक्त से अनुरोध किया।
-इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में कर्मचारियों की पदोन्नति, स्थायीकरण, ऑडिट रिपोर्ट, जीनगर समाज को भूमि आवंटन, सरजावाव और सारणेश्वर दरवाजे के जीर्णोद्धार, सीवरेज की एजेंसी बदलने तथा अग्निशमन प्रमाण-पत्र जारीकर दर निर्धारण करने के प्रस्ताव लिए गया।
इसके अलावा अटल बिहारी वाजपई और राजीव गांधी की स्मृति में चौराहे के विकास पर सहमति बनी। ऑडिट रिपोर्ट में पैरा और भ्रष्टाचार की जानकारी नहीं देने पर शंकरसिंह परिहार ने आयुक्त शिवपाल सिंह को आड़े हाथों लेते हुए दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। अन्नपूर्णा खाने की जांच करवाने पर सहमति बनी। शहर में एक चिकित्सक के कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर भी पार्षद नाराज हुए।
सदन में सिरोही शहर में 9 करोड़ 54 लाख के टाउन हॉल की स्वीकृति दिए जाने आउर शहीद स्मारक स्वीकृत होने पर सबने विधायक का अभिनन्दन किया। गायों की देखभाल के लिए स्थायी समिति बनाने की बात विधायक ने रखी। उन्होंने समर्पित लोगों की समिति बनने के बाद विधायक।मद से गायों की देखभाल के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
विरेन्द्र एम चौहान ने अतिक्रमण पर चुप रहने वाले दोनो स्वास्थ्य निरीक्षकों को हटाने की मांग की। शंकरसिंह ने पूर्व विधायक के बोर्ड की मीटिंग में उपस्थित नहीं होने की बात कहते हुए वर्तमान विधायक के बैठक में शामिल होकर जनसमस्याओं पर ध्यान देने का आभार जताया।
-जमीनों के घोटालों पर होगी और कार्रवाई
बैठक में भाजपा पार्षद वीरेन्द्र एम चौहान, जीतू खत्री ने सरकारी जमीनों पर नगर परिषद की मिलीभगत से भारी संख्या में अतिक्रमण होने की बात कही। इस पर विधायक लोढ़ा ने कहा कि पार्षदों के आरोप सही है। ये सब नगर परिषद की सहमति से हुआ है।
ऐसे कुछ मामलों पर कार्रवाई की गई है। कई मामले प्रक्रियाधीन हैं। उन्होंने पार्षदों से अनुरोध किया कि ऐसे मामलों की लिखित जानकारी उन्हें दे। वे व्यक्तिगत रूप से इन प्रकरणों को फॉलो करके निरंतर पार्षदों को इसकी प्रगति से अवगत करवाएंगे।
देखें cctv कैमरे में अभियोजन के लिए मत विभाजन…