अलवर। राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में हटाया गया अतिक्रमण और मंदिर तोड़ने के मामले में नगर पालिका के चेयरमैन सुरेश दुहारिया को निलंबित करने के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने 27 अप्रैल को अलवर शहर में जन आक्रोश रैली निकालने का ऐलान किया है।
भाजपा केे जिला प्रभारी सहित बड़े नेताओं ने आज प्रेस कांफ्रेस में आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए यह घोषणा की। पार्टी के जिला संगठन प्रभारी विष्णु चेतानी ने राजगढ़ मामले को लेकर विधायक पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अपने बेटे को बचाने के लिए राजगढ़ वाले मामले में षड्यंत्र रचा। पुराने तीन मंदिरों को तोड़ दिया गया। 80 मकान और दुकानें तोड़कर लोगों को सड़कों पर ला दिया।
चेतानी ने कहा कि राजगढ़ चेयरमैन सुरेश दुहारिया को जानबूझकर हटाया गया है। सरकार का मकसद है कि चेयरमैन को हटाकर दबाव बनाया जाए और भाजपा की जगह कांग्रेस का बोर्ड गठित करने के लिए नया षड्यंत्र रचा जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजगढ़ में गौरव पथ बनाने के लिए जब बैठक हुई थी उसमें विधायक जोहरी लाल मीणा भी उपस्थित थे। अगर उसी बैठक को लेकर राज्य सरकार ने नगर पालिका राजगढ़ के खिलाफ कार्रवाई की है तो राजगढ़ नगर पालिका चेयरमैन के साथ-साथ विधायक जोहरी लाल मीणा को भी निलंबित किया जाए।
उन्होंने बताया कि इस मामले में जो मीटिंग हुई थी उसमें विधायक मीना भी शामिल थे। बैठक में सिर्फ छज्जे और चबूतरे हटाने हैं कोई बड़ा निर्माण नहीं तोड़ना है लेकिन जोहरी लाल मीणा के इशारे पर यह सब कुछ हटा दिया गया।
प्रभारी जिला प्रभारी विष्णु चेतानी ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक द्वारा लोगों को धमकाया जा रहा है जिन लोगों ने मेरे खिलाफ आंदोलन किए हैं या तो वह माफी मांगे। वरना भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ लोगों ने माफी मांग ली और कुछ लोग विधायक के दबाव में नहीं आए।