नई दिल्ली देश के बड़े राज्यों में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) का खौफ बढ़ता जा रहा है। असम में नागरिक रजिस्टर के तहत 19 लाख लोगों का नाम हटाए जाने के बाद इसकी आग पश्चिम बंगाल और दिल्ली में भी हावी होती नजर आ रही है। बंगाल में NRC लागू होने की अफवाह चरम पर पहुंच गई है। वहीं दिल्ली में NRC को लेकर बयान देना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को महंगा पड़ गया।
जी हाँ, हाल ही में CM केजरीवाल ने बुधवार को किरायेदारों के लिए प्री पेड बिजली मीटर सुविधा शुरु करने की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि दिल्ली में एनआरसी लागू किए जाने के बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी यहां से जाना होगा। इसके बाद भाजपा दिल्ली कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास के बाहर हल्ला-बोल दिया।
भारी संख्या में भाजपा दिल्ली कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए पानी इस्तेमाल किया और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
वहीं, भोजपुरी गायक से नेता बने तिवारी ने कहा कि इस टिप्पणी ने केजरीवाल के असली चेहरे को सामने ला दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी प्रमुख ”पूर्वांचली जैसे प्रवासियों को बाहर करना चाहते हैं। पूर्वांचली कहे जाने वाले लोग मुख्य रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं। दिल्ली के चुनाव में उनकी एक अहम भूमिका रहती है।