नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलास मानसरोवर यात्रा पर तंज कसते हुए आज कहा कि आखिर उन्हें चीन के साथ इतना लगाव क्यों है।
भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा ने राहुल गांधी को ‘चीनी गांधी’ करार देते हुए कहा कि वह देश के विभिन्न मुद्दों की तुलना चीन के साथ क्यों करते हैं। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि इस यात्रा के दौरान गांधी चीन में किन-किन नेताओं से मिलेंगे और उनसे क्या बातचीत करेंगे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि चीन हर रोज 50 हजार युवाओं को रोजगार देता है जबकि भारत एक दिन में 450 युवाओं को ही रोजगार दे पाता है। आखिर उन्हें यह जानकारी कहां से मिली। वास्तव में गांधी भारत के नजरिए को समझना ही नहीं चाहते हैं। वह चीन का प्रचार करने में लगे हैं।
पात्रा ने कहा जिस समय डोकलाम में तनाव था तो राहुल गांधी बिना किसी को विश्वास में लिए चीन के राजदूत के साथ बैठक कर रहे थे। जब यह बात लोगों के सामने आई तो कांग्रेस ने इससे इन्कार कर दिया हालांकि उसने इसे स्वीकार किया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी भारत की संस्कृति और भारत की आत्मा को समझना ही नहीं चाहते इसलिए वह चीनी प्रवक्ता की तरह व्यवहार करते हैं। गांधी चाहते थे कि कैलास मानसरोवर की यात्रा पर रवाना होने के समय उन्हें विदाई देने के लिए भारत में चीन के राजदूत हवाई अड्डे पर आएं। चीनी दूतावास ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर हवाई अड्डे के लिए तीन पास भी मांगे थे।
पात्रा ने कहा कि यह बेहद सामान्य ज्ञान की बात है कि ‘गाधी, राहुल गांधी हैं, चाइनीज गांधी’ नहीं हैं। इसलिए चीन के राजदूत का उन्हें विदा करने का कोई औचित्य नहीं बनता। आखिर राहुल गांधी क्यों ऐसा प्रोटोकॉल चाहते थे और चीनी दूतावास की तरफ से पास का निवेदन क्यों किया गया, इसका कांग्रेस को देना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना