जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनकी तन्द्रा भी अपने भाई राहुल गांधी की तरह देर से टूटी है।
डा़ पूनियां ने प्रियंका के किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह जिनको भाजपा का अघोषित प्रवक्ता कह रही हैं, जब इन्हीं प्रवक्ताओं के हाथी की सवारी करके जुगाड़ की सरकार बना रहे थे, तब तो उन्होंने ट्वीट नहीं किया। अब ये उन्हें भाजपा के प्रवक्ता लगने लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या का आरोप लगाने से पहले प्रियंका को अपने परिवार का लोकतंत्र को कुचलने का इतिहास भी पढ़ लेना चाहिए था।
कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए डाॅ. पूनियां ने लोकतंत्र और संविधान की हत्या का कलंक आपातकाल और उसके भी पहले के जमाने में उनके परिवार और पार्टी के ऊपर ही है। अनुच्छेद 356 का सर्वाधिक दुरूपयोग कर चुनी हुई सरकारों को गिराने का रिकाॅर्ड भी कांग्रेस के खाते में ही है। डा़ पूनियां ने कहा कि कांग्रेस को अपना समय अपना घर सम्भालने में लगाना चाहिए, न कि बेवजह दूसरी पार्टियों के माथे अपना झगड़ा मढ़ने में।
डाॅ. पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2008 एवं 2018 में बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय करवाकर अशोक गहलोत ने बहुमत प्राप्त किया था। इस तरह बसपा एवं छोटे दलों को लुभाने का कौशल कांग्रेस और गहलोत की कार्यशैली में स्पष्ट नजर आता है।
यह पूरे देश एवं प्रदेश की जनता ने देखा है कि किस तरीके से बीटीपी का एक विधायक सरकार को कोसते हुए वीडियो जारी करता है और दूसरे-तीसरे दिन इनके दबाव में आकर इनके बाड़े में से प्रेस को सम्बोधित करते हुए सच्चाई बयान करने लगता है और किस तरह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकारी भरी प्रेस कांफ्रेंस में उसके कान में आकर कुछ कहता है और विधायक का बयान बदल जाता है। इतना बड़ा हृदय परिवर्तन अशोक गहलोत की जादूगरी से तो नहीं हो सकता। कोई न कोई कारण है, जिसका इस्तेमाल अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने में कर रहे हैं।