जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने दौसा में आयोजित राज्य सरकार के महंगाई राहत शिविर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर चलाए गए वीडियो पर आपत्ति जताते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र को पत्र लिखकर इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों एंव कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री को निर्देशित करने की मांग की है।
जोशी ने दौसा में पंचायत समिति परिसर में आयोजित राहत शिविर में टीवी स्क्रीन पर मोदी को लेकर चलाए गए विडियो पर आपत्ति जताई और इसे लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने गए देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ गहलोत सरकार के इशारे पर अधिकारियों द्वारा किया गया कृत्य ना केवल अनैतिक है बल्कि लोकसेवक के दायित्वों का भी उल्लंघन है।
प्रदेश में राहत कैंप के नाम से भाजपा विरोधी मुहिम चलाई जा रही है। महंगाई राहत शिविर के नाम पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गहलोत सरकार द्वारा आमजन को गुमराह किया जा रहा है। प्रदेशभर में करीब दो सप्ताह से मंत्रालयिक कर्मचारियों की हडताल के चलते सरकारी कामकाज ठप्प है वहीं सरकार आमजन को राहत देने की बात कह रही है। बिना कर्मचारियों की उपस्थिति के शिविरों में कामकाज कैसे संभव है।
उन्होंने महंगाई राहत शिविरों को गहलोत सरकार का प्रोपेगेंडा करार देते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार पर जनविरोधी सरकार होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में लाभ के लिए सरकारी पैसे का दुरूपयोग करने की बात कही।
शिविरों में राहत के नाम पर सरकारी मशीनरी का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीण जनता सुबह आठ बजे भूखी प्यासी शिविरों में आती हैै लेकिन शिविर में अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिलते हैं वहीं शिविरों में कंप्यूटर सुविधा और बिजली तक उपलब्ध नहीं हैं।