जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनाव में रैलियों में भीड़ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि हमेशा उनकी कथनी एवं करनी में अंतर दिखाई देता हैं।
डा पूनियां ने आज अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि गहलोत स्वयं पूरे समय चुनाव प्रचार करते रहे और जब चुनाव प्रचार बंद हो गया तो यह बयान दे रहे है, इनकी कथनी और करनी में अंतर हमेशा दिखाई देता है। इनके कई मंत्री और विधायक जयपुर से लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बड़ी रैलियाँ कर कोविड गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन कर चुके हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री ने गाइडलाइन की पालना क्यों नहीं कराई।
उन्होंने कहा कि गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, वह बतायें कि उन्हें किसने कोरोना प्रोटोकोल की पालना करवाने से रोका था, उन्होंने स्वयं कई बार प्रोटोकोल तोड़ा और अब बयान देकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं। राजस्थान उपचुनाव की नामांकन रैलियों से लेकर असम चुनाव में क्या उन्होंने रैलियों को सम्बोधित नहीं किया।
डाॅ. पूनियां ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एवं उनकी सरकार के मंत्री प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़कर चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे और जब कोरोना पीक पर था उस समय भी कोरोना प्रबंधन पर ध्यान देने के बजाय मुख्यमंत्री जयपुर से लेकर जैसलमेर तक होटलों में विधायकों की बाड़ेबंदी करने में व्यस्त रहे और अपनी सरकार की विफलताओं को छुपाने के लिए हर बार ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार देश के सभी राज्यों के राज्यपालों एवं मुख्यमंत्रियों से वर्चुअली माध्यम से जुड़कर हालात की समीक्षा करते हैं और जरूरी चिकित्सा सुविधाएं एवं अन्य संसाधन सभी राज्यों को उपलब्ध करवा रहे हैं।
पूरी दुनिया ने देखा था कि कोरोना ने जब दस्तक दी तो ऐसे में प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी, वेन्टिलेटर, पीपीई किट सहित चिकित्सकीय उपकरणों का भारत खुद उत्पादन करने लगा और भारतीय वैज्ञानिकों ने कोरोना की दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती दी, जिससे दुनियाभर में भारत का कीर्तिमान स्थापित हुआ।
उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश में रेमेडिसिवर इंजेक्शन की आपूर्ति सहित जरूरी चिकित्सकीय संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर मुख्यमंत्री को विशेष ध्यान देने की जरूरत है, हम सभी को एकजुट होकर कोरोना से लड़ाई लड़ने में प्रतिबद्धता दिखाने की आवश्यकता है, भाजपा राजस्थान के सभी कार्यकर्ता कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सामाजिक कार्यकर्ता की तरह राज्य सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि सरकार की कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन करे।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने कहा है कि एक तरफ तो हम जनता को कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने के लिए कहते हैं और दूसरी तरफ चुनावों में लाखों लोगों की भीड़ की रैलियां और रोड शो होते रहे। ऐसा सब बिहार चुनाव से ही हो रहा है। राजनेता चाहते तो वर्चुअल रैली जैसे विकल्पों का इस्तेमाल कर भीड़ इकट्ठा होने से रोक सकते थे।