जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने राज्य की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपनी गलतियों को छुपाने एवं कोरोना कुप्रबंधन, महिलाओं-बच्चियों के प्रति बढ़ते अपराध, महंगाई, अराजकता आदि से ध्यान भटकाने के लिए नए-नए षड़़यंत्र कर रही है।
डा पूनियां ने आज अपने बयान में कहा कि जयपुर ग्रेटर निगम की मेयर को अलोकतांत्रिक एवं असंवैधानिक तरीके से हटाना गहलोत सरकार का सुनियोजित षडयंत्र है, सफाई कंपनी के अधिकारी ने बयान जारी कर स्वीकार कर लिया है कि किसी तरीके से अनियमितता नहीं पाई गई, ऐसे में गहलोत सरकार अपनी गलतियों को छुपाने के लिये कोरोना कुप्रबंधन, महिलाओं-बच्चियों के प्रति बढ़ते अपराध, महंगाई, अराजकता आदि से ध्यान भटकाने के नए-नए षडयंत्र कर रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार व कांग्रेस के अंतर्कलह को छुपाने के लिए ना केवल अपने मंत्रियों-विधायकों के फोन टेप करवाए, बल्कि डिप्टी सीएम व पीसीसी चीफ को बर्खास्त भी करवाया, अमर्यादित टिप्पणियां की और अभी भी सचिन पायलट व इनकी पार्टी के कुछ विधायक इनके बीच हुए समझौते को लागू करने की बार-बार मांग कर रहे हैं, लेकिन गहलोत ना तो अपनी पार्टी के विधायकों को संतुष्ट कर पा रहे हैं, बल्कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर उनको डराने-धमकाने के साथ-साथ भाजपा के खिलाफ भी साजिश रच रहे हैं, जिसमें वे कभी सफल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री गहलोत लोकतंत्र की बात करते हैं, दूसरी तरफ उनकी सरकार के मंत्री इस तरफ फेक वीडियो बनाने वालों को प्रश्रय देते हैं। राजस्थान की राजनीतिक संस्कृति नहीं है कि वो अपने राजनीतिक विरोधियों को प्रताडित करने के लिए इस तरह के ओछे हथकंडे अपनाएं।