अजमेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र श्रीमाली ने कांग्रेस पर रोजगार विरोधी, झूठ और भ्रम फैलाकर भाजपा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया हैं।
श्रीमाली आज यहां पत्रकारों से कहा कि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस बेरोजगारों को रोजगार देने की मंशा नहीं रखती है जबकि भाजपा शासन में सबसे ज्यादा बेरोजगारों को रोजगार दिया गया है।
श्रीमाली रीट परीक्षा के जरिए शिक्षकों के 26 हजार पदों पर नियुक्ति के संबंध में कांग्रेस के विरोध और मुख्य निर्वाचन आयोग राजस्थान को लिखित शिकायत के जरिए नियुक्तियों को अटकाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा शिक्षकों के 26 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी कर फरवरी में परिणाम घोषित कर दिया गया लेकिन इन नियुक्तियों को लेकर तकनीकी आधार पर मामले को न्यायालय ले जाया गया जहां निर्णय राज्य सरकार के पक्ष में हुआ और शिक्षकों को नियुक्ति दिए जाने के आदेश हुए।
न्यायालय के आदेश के बाद सरकार द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया को आगे ले जाया गया लेकिन पुनः उच्च न्यायालय में ले जाकर नियुक्तियों को अटकाने की कोशिश की गई। कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को नियुक्तियों की प्रक्रिया रोके जाने के संबंध में जो पत्र लिखा गया उससे कांग्रेस की मंशा प्रकट होती है।
वर्तमान में आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को शिकायत कर नियुक्तियों को पुनः स्थगित करा दिया। श्रीमाली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के दोगलेपन की यह पराकाष्ठा है।
यदि शिक्षकों की नियुक्ति हो गई होती तो उनके घर आज दीवाली के मौके पर नई रोशनी से जगमगा रहे होते पर कांग्रेस ने उनके घरों में अंधेरा फैलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को आमजन एवं युवाओं की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है वह झूठ की राजनीति कर वोट हासिल करना चाहती है।
इस मौके शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि मुख्यमंत्री के सुराज संकल्प के वादे को निभाते हुए रोजगार देने के क्रम में शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा नियुक्तियों के रास्ते खोले गए। वर्ष 2016 में ही 87000 नियुक्तियां दी गई। लेकिन दुर्भाग्य है कि नियुक्तियों के मामले में रिकॉर्ड 586 याचिकाएं प्रस्तुत की गई।
भाजपा ने 26 हजार पदों पर नियुक्ति में कांग्रेस द्वारा रोड़ा अटकाए जाने को लेकर स्थानीय गांधी भवन पर विरोध प्रदर्शन भी किया।