भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भले ही औपचारिक तौर पर कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है, लेकिन राज्य में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी ने आज कुल 230 सीटों में से 39 सीटों के लिए पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा करते हुए पहली सूची जारी कर दी।
केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार को नई दिल्ली में बैठक के एक दिन बाद भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची जारी की। इसमें भाेपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व महापौर आलोक शर्मा और भोपाल मध्य क्षेत्र से ध्रुव नारायण सिंह को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वर्तमान में यह दोनों सीट कांग्रेस के कब्जे में हैं। इस सूची में विशेष रूप से उन सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं, जहां पर भाजपा अपेक्षाकृत कमजोर मानी जाती है या फिर यह सीट पार्टी के कब्जे में नहीं है।
पार्टी ने सबलगढ़ से श्रीमती सरला विजेंद्र रावत, सुमावली से एदल सिंह कंसाना, गोहद (अजा) से लाल सिंह आर्य, पिछोर से प्रीतम लोधी, चाचौड़ा से प्रियंका मीणा, चंदेरी से जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, बंडा से वीरेंद्र सिह लंबरदार और महाराजपुर से कामाख्या प्रताप सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है।
इसके अलावा छतरपुर से श्रीमती ललिता यादव, पथरिया से लखन पटेल, गुन्नौर (अजा) से राजेश कुमार वर्मा, चित्रकूट से सुरेंद्र सिंह गहरवार, पुष्पराजगढ़ (अजजा) से हीरा सिंह श्याम, बड़वारा (अजजा) से धीरेंद्र सिंह, बरगी से नीरज ठाकुर, जबलपुर पूर्व (अजा) से श्री अंचल सोेनकर, शाहपुरा (अजजा) से ओमप्रकाश धुर्वे, बिछिया (अजजा) से डॉ विजय आनंद मरावी और बैहर (अजजा) से भगत सिंह नेताम को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।
लांजी से राजकुमार कर्राए, बरघाट (अजजा) से कमल मस्कोले, गोटेगांव (अजा) से महेंद्र नागेश, सौंसर से नानाभाऊ मोहोड़, पांढुर्णा (अजजा) से प्रकाश उइके, मुल्ताई से चंद्रशेखर देशमुख, भैंसदेही (अजजा) से महेंद्र सिंह चौहान, भोपाल उत्तर से आलोक शर्मा, भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह, सोनकच्छ (अजा) से राजेश सोनकर और महेश्वर (अजा) से राजकुमार मेव को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया गया है।
इसके अलावा कसरावद से आत्माराम पटेल, अलीराजपुर (अजजा) से नागर सिंह चौहान, झाबुआ (अजजा) से भानू भूरिया, पेटलावद (अजजा) से निर्मला भूरिया, कुक्षी (अजजा) से जयदीप पटेल, धरमपुरी (अजजा) से कालू सिंह ठाकुर, राऊ से मधु वर्मा, तराना (अजा) से ताराचंद गोयल और घटिया (अजा) से सतीश मालवीय को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया गया है।
राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर दिसंबर माह में प्रस्तावित हैं। इसके लिए औपचारिक कार्यक्रम अभी तक जारी नहीं हुआ है, लेकिन सत्तारूढ़ दल भाजपा ने लगभग दो तीन माह पहले प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर यह जताने की कोशिश की है कि वह किसी भी कीमत पर इस राज्य में सत्ता से दूर नहीं होना चाहती है।
राज्य में वर्ष 2003 से दिसंबर 2018 तक भाजपा की सरकार रही। इसके बाद कांग्रेस की सरकार का गठन दिसंबर 2018 में हुआ और लगभग पंद्रह माह बाद मार्च 2020 में इसका पतन हो गया। इसके बाद एक बार फिर मार्च 2020 में भाजपा की सरकार बनी।
राज्य में मौजूदा सरकार के खिलाफ कथित ‘सत्ताविरोधी रुझान (एंटी इंकंबेंसी फेक्टर)’ की सूचनाओं के चलते भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी सक्रिय हो गया है और माना जा रहा है कि उसने चुनाव संबंधी कमान सीधे अपने हाथों में ले ली है।
राजनैतिक प्रेक्षकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के ठीक बाद वर्ष 2024 में लोकसभा के आम चुनाव भी हैं। भाजपा के गढ़ माने जाने वाले इस राज्य में लोकसभा की 29 सीटों पर भी केंद्रीय नेतृत्व की नजर है। वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा ने 28 सीटों पर विजय दर्ज की थी। केवल छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मध्यप्रदेश की हाल में यात्राएं हुई हैं और वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रदेश की दो तीन यात्राएं कर संगठन स्तर की महत्वपूर्ण बैठकें ले चुके हैं।