नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर गुरुवार को फिर तीखा हमला किया और कहा कि मणिपुर जले, देश टूटे, हिंसा फैले, इन सबसे उनका मतलब नहीं है क्योंकि उन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए और इसके लिए वे कुछ भी कर सकते हैं।
गांधी ने आज युवा कांग्रेस के ‘बेहतर भारत की बुनियाद पर सबका हक और सबकी जिम्मेदारी’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को वर्चुअल आधार पर संबोधित करते हुए कहा कि देश भाजपा, आरएसएस और कांग्रेस की विचारधारा में बंट गया है। कांग्रेस ने हमेशा संविधान की रक्षा और भाईचारे को बढ़ावा देने की लड़ाई लड़ी जबकि भाजपा-आरएसएस ने सत्ता के लिए देश को बांटने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस सिर्फ सत्ता चाहते हैं और सत्ता पाने के लिए ये कुछ भी कर सकते हैं। सत्ता के लिए ये मणिपुर को जला देंगे, सारे देश को जला देंगे। इन्हें देश के दुख-दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ता।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा-आरएसएस और कांग्रेस के बीच विचारधारा की लड़ाई चल रही है। जहां कांग्रेस की विचारधारा- संविधान की रक्षा, देश को जोड़ने और सामाजिक असमानता के खिलाफ लड़ने की है वहीं भाजपा-आरएसएस चाहते हैं कि कुछ चुनिंदा लोग यह देश चलाएं और देश का सारा धन उन्हीं के हाथ में हो।
आपके दिल में देशप्रेम है। जब देश को चोट लगती है, देश के किसी नागरिक को चोट लगती है तो आपके दिल को भी चोट लगती है। आप उदास हो जाते हैं। मगर भाजपा-आरएसएस के लोगों को कोई दुःख नहीं, कोई दर्द नहीं हो रहा, क्योंकि ये हिंदुस्तान को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया और कहा कि विपक्षी गठबंधन ने एक नाम इंडिया चुना, लेकिन मोदी जी को इतना घमंड है कि उन्होंने ये भी नहीं सोचा कि वह पवित्र शब्द ‘इंडिया’ को गाली दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मणिपुर के लिए क्या कर रहे हैं। वे मणिपुर के बारे में कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि नरेंद्र मोदी जी को मणिपुर से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें मालूम है कि उनकी विचारधारा ने ही मणिपुर को जलाया है।