अगरतला। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी त्रिपुरा संसदीय सीट पर हुए मतदान पर विवाद खड़ा हो गया है और इसी कड़ी में राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीराम ताराणीकांति पर विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रवक्ता नाबेंदु भट्टाचार्य ने मीडिया को बताया कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में पार्टी के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार शाम को मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर साक्ष्यों के साथ तारिणीकांति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और चुनाव आयोग से उन्हें तुरंत हटाने की मांग की।
भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिमी त्रिपुरा संसदीय सीट पर 23 अप्रेल को हुए मतदान के दिन तारिणीकांति ने सभी सहायक चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे सभी पुलिस अधिकारियों को आदेश दें कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक लाया जाए और उन्हें वापस छोड़ा जाए।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके पोलिंग एजेंटों को बाहर निकाल दिया गया और कई मतदाताओं को भी वोट डालने से रोका गया। ऐसा करना सीईओ के लिए पूरी तरह गैरकानूनी है।
विपक्षी दल मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा का हवाला देते हुए पश्चिमी त्रिपुरा संसदीय सीट पर दोबारा मतदान कराने की मांग कर रहे हैं।