जयपुर। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने दस महिनों में ही प्रदेश के किसान, युवा और जनता को धोखा देकर वादा खिलाफी का रिकाॅर्ड बना लिया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (rajasthan bjp chief satish punia) ने एक बयान में कही।
उन्होंने कहा निकाय चुनाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष करवाने को लेकर एक बड़ा भ्रम था, लेकिन अप्रत्यक्ष चुनाव करवाने के फैसले से सरकार का डर एक बार फिर सच साबित हुआ। सरकार ने कैबिनेट मे सभापति, महापौर आदि का चुनाव प्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से करवाने का निर्णय लिया था। सरकार अपने इस निर्णय से मुकर गई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही जाति और मजहब के वोट बैंक की राजनीति करती है और इसी कारण सरकार ने वार्डों का पुर्न सीमांकन कर जाति, पंथ और मजहब के नाम पर वार्डों को बांटने की कोशिश की है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। इसके लिए सरकार और सरकार के मुखिया जिम्मेदार है जो कि गृहमंत्री भी है। सरकार स्वयं यह मान रहीं है कि जयपुर सहित राजस्थान के प्रत्येक जिले में साम्प्रदायिक सदभाव बिगड़ा हुआ है, हर जगह बहुसंख्यक समुदाय को प्रताडित किया जा रहा है। सरकार के मंत्री शांति धारीवाल ने अपने बयान पर में साफ तौर पर कहा है कि साम्प्रदायिक दंगो की वजह से निकाय चुनाव प्रक्रिया को हम बदल रहें है।
सतीश पूनिया ने कहा कश्मीर से धारा 370 और आर्टिकल 35 ए के हटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से देश में जो राष्ट्रवाद की लहर चली है उससे कांग्रेस घबरा गई और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर, जनता को डराकर तथा तबादलों की आड़ में चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है लेकिन यह सब मुंगेरी लाल के हसीन सपनों की तरह ही होगा, क्योकि प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है वह कांग्रेस की झूठ की राजनीति को समझ चुकी है अब कांग्रेस की बाड़ा बंदी और जोड़ तोड की राजनीति सफल नही होगी।
प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस सरकार द्वारा मीसा बंदियों की पेंशन बंद करने के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान की आजादी के बाद जो सबसे बड़ा आंदोलन था वह तानाशाही के खिलाफ और देश की अक्ष्णुता के लिए था। इस आंदोलन में अनेक लोग जो समाजवादी, साम्यवादी और राष्ट्रवादी विचारों के थे, जेलों में रहे और उन्होंने अनेक यातनाएं झेली।
इन लोगों के परिवारों के सामने जब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ तो केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर राजस्थान सहित अन्य सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने मीसा बंदियों को सम्बल देने के लिए लोकतंत्र सेनानियों के नाम से उनकी पेंशन प्रारम्भ की थी। आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मीसा बंदीयों की पेंशन बंद कर एक बार फिर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। कांग्रेस को इसका प्रतिफल निश्चित रूप से मिलेगा।
हरियाणा चुनाव के प्रचार में जुटे पूनिया
सतीश पूनियां हरियाणा चुनावों में भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। सोमवार को वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में शामिल हुए और झज्जर जिले की बादली और गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा में पार्टी का प्रचार किया। उन्होंने बादली से प्रत्याशी ओम प्रकाश धनखड़ के पक्ष में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया और विभिन्न पंचायतों में पहुंचकर आमजन से हरियाणा के विकास के लिए भाजपा को वोट देने की अपील की। सतीश पूनिया ने हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की और प्रचार योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली।