जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने बूंदी जिले में बस के नदी में गिरने से चौबीस लोगों की मौत के मामले में सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन का बहिर्गमन किया।
शून्यकाल में उठे इस मामले पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने वक्तव्य दिया। श्री धारीवाल ने विधायक चंद्रकांता मेघवाल के द्वारा उठाई गई बात पर कहा कि जहां हादसा हुआ वह पुल इतना संकड़ा तो नहीं हैं कि केवल एक ही वाहन निकल सके, वह भी वहां से सैकड़ों बार निकले हैं।
उन्होंने कहा कि वह सड़क किसके शासन में बनी थी। इतना कहते ही विपक्ष के सदस्य खड़े हो गये और इसका विरोध करते हुए जोर जोर से बोलने लगे, जिससे सदन में शोरगुल हुआ। इसके बाद इसे लेकर विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये।
इससे पहले धारीवाल ने बताया कि हादसे में 24 लोगों की मौत हुई और पांच लोग घायल हुए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए तथा घायल को चालीस हजार रुपए दिए जा रहे हैं। सरकार पीड़ित बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था सरकार कर रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में लाखेरी में बस मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और अनुंसधान किया जा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि बस को नदी से निकालने के बाद उसका एक्सल टूटा पाया गया है और प्रथम दृष्टया हादसे का यह कारण प्रतित हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे की पुनर्रावृत्ति नहीं हो, इसके प्रयास किए जाएंगे। इस मामले को शून्यकाल में प्रतिपक्ष उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ एवं विधायक चंद्रकांता मेघवाल आदि ने उठाया।