जयपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने महिला मोर्चा के ‘विद्या-सखी’ कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन कर गरीब एवं निराश्रित बच्चों की शिक्षा-आजीविका में मदद के लिए अभियान का आज शुभारंभ किया।
इस अवसर पर डा पूनियां ने कहा कि ‘विद्या-सखी’ महिला मोर्चा का अभिनव प्रयास है, जिसके पीछे का साहस बहुत ही सराहनीय है, महिला मोर्चा से आह्वान करता हूं कि इस कार्यक्रम को जमीनी स्तर तक राजस्थान में लें जाए, जिससे गरीब एवं निराश्रित बच्चों को शिक्षा व भरण पोषण में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा राजस्थान के ‘विद्या सखी’ कार्यक्रम में मातृशक्ति द्वारा अनाथ बच्चों के लिए किए जा रहे सार्थक प्रयासों से प्रदेश में निराश्रित बच्चों को शिक्षा के लिए बड़ा संबल मिलेगा। महिला मोर्चा मातृशक्ति निराश्रित बच्चों के आंसू पोंछने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह अभियान यही नहीं रुकना चाहिए, इसे आगे तक लेकर जाना चाहिए। उन तमाम शिक्षण संस्थानों का भी हृदय से आभार करता हूं, जिन्होंने इस अभियान में भागीदारी निभाई है।
डॉ. पूनियां ने कहा कि उन्हें गर्व है कि प्रदेश भाजपा ने कोविडकाल में जरूरतमंदों की सेवा के लिये शानदार कार्य किए, लेकिन दुखद बात यह है कि कोरोनाकाल में सेवा कार्य करते हुए हमने 600 कार्यकर्ताओं को खोया है। कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर मण्डल, शक्ति व बूथों तक लाखों लोगों की सेवा की, हेल्पलाइन के माध्यम से भी 24 घंटे पार्टी सेवा कार्यों में जुटी रही। प्रदेश भाजपा के सेवा कार्यों की प्रधानमंत्री मोदी व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वर्चुअल प्रशंसा कर हम सभी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया।
महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अलका मूंदडा ने कहा कि कोरोनाकाल में महिला मोर्चा द्वारा पूरे राजस्थान में मास्क, भोजन, राशन सामग्री का वितरण किया गया। 137 यूनिट रक्तदान महिला मोर्चा के द्वारा करवाया गया।
डॉ. मूंदडा ने बताया कि नावां की एक महिला कार्यकर्ता ने 23वीं बार रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि ‘विद्या-सखी’ कार्यक्रम के तहत जिन बच्चों ने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खोया है, उनका भरण-पोषण व शिक्षा, इस कार्यक्रम के माध्यम से किया जाएगा।
इस मौके पर युचा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम सादिक खान व दौसा जिलाध्यक्ष रतन तिवाड़ी द्वारा बच्चों को उत्साहवर्धन कर कॉपी पेन भेंट किए गए।