नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने संसद में तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के आचरण की आलोचना करते हुए कहा है कि संसद की मर्यादा को तार-तार कर दिए जाने वाला यह दुर्व्यवहार न केवल लोकतंत्र की गरिमा को धूमिल करता है, अपितु देश की छवि भी धूमिल करता है।
नड्डा ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि आज तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने जिस तरह केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बर्ताव किया, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के सर्वथा ख़िलाफ़ है और निंदनीय है। संसद की मर्यादा के ख़िलाफ़ काम करने का तृणमूल कांग्रेस का पुराना और लंबा इतिहास है। शोर मचाना, काग़ज़ फाड़ना और संसद की कार्यवाही को बिना मतलब बाधित करना उनकी संस्कृति है। भाजपा इसका पुरज़ोर विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि भारतीय संसद लोकतंत्र का महान मंदिर है, जिसका प्रत्येक क्षण देश की जनता की सेवा एवं समृद्धि को समर्पित है, लेकिन विपक्ष सिर्फ़ अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए लगातार संसद की कार्यप्रणाली में व्यवधान डाल कर देश की विकास यात्रा में अवरोध पैदा कर रहा है। ये लोकतंत्र का अपमान है।
उल्लेखनीय है कि आज सदन में जैसे ही वैष्णव ‘पेगासस’ जासूसी मामले की मीडिया रिपोर्ट पर बोलने के लिए उठे, तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने विपक्ष के साथ मिल कर भारी हंगामा किया और तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने वैष्णव के हाथ से बयान की प्रति छीन ली और उसको फाड़ दिया।