सबगुरु न्यूज-सिरोही। जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस के प्रत्याशी रतन देवासी के चालक के साथ जालोर जिले की रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के हीरपुरा गांव में मारपीट की गई। इसका आरोप भाजपा के समर्थकों पर लग रहा है।वहीं भाजपा समर्थकों ने आरोप लगाया है कि उनसे पहले हाथापाई देवासी के चालक ने उनसे पहले मारपीट की शुरुआत की। इस घटना की जानकारी मिलने पर तनाव रोकने के लिए प्रशासन एकदम सक्रिय हो गया।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र में मतदान हुआ। सिरोही जिले की तीनों सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ, लेकिन जालोर जिले की रानीवाड़ा विधानसभा सीट के कई बूथों पर तनाव हो गया। कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी ने आरोप लगाया कि सवेरे से भी भाजपा समर्थक हीरपुरा, गांग, रायपुरिया आदि गांवों के बूथों पर मतदाताओं को परेशान कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि शाम को जब वह हीरपुरा बूथ पर पहुंचे तो वहां पर भाजपा समर्थकों ने उनके चालक से हाथापाई कर दी। गंभीर स्थिति को देख उन्हें उनके समर्थकों ने बूथ में भेज दिया और उनके चालक को छुड़वाया। इन हालातों में तीन-चार बूथों पर दोनों के समर्थकों में बवाल हो गया।
इसमें करीब तीन लोगों के घायल होने की भी सूचना भी है। घायलों को रानीवाड़ा चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। तनाव बढऩे से रोकने के लिए प्रशासन ने इन गांवों में त्वरित कार्रवाई की।
वहीं भाजपा समर्थकों ने इस मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद आरोप लगाया है कि उनसे पहले हाथापाई देवासी के चालक ने उनसे पहले मारपीट की शुरुआत की। इसमें उन्हें चोटें भी आई और कुछ लोग उपचाररत भी हैं।
-इस बार कांटे की टक्कर
जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र में इस बार कांटे की टक्कर सामने आ रही है। भाजपा इस सीट से लगातार तीसरी बार सबसे बड़े जातिवर्ग कलबी समाज के देवजी पटेल को टिकिट दिया तो कांग्रेस ने एक कदम आगे जाते हुए भाजपा के सबसे बड़े वोट बैंक देवासी समाज के रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतन देवासी को चुनाव में मैदान में उतारा।
ऐसे में भाजपा समर्थित मतदाताओं में बड़ी सेंधमारी हुई। ऐसे में अब जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र का चुनाव कांटे का मुकाबला हो गया है। हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में जहां जालोर लोकसभा की आठों सीटों पर 70 प्रतिशत मतदान हुआ इसके विपरीत लोकसभा चुनावों में पांच प्रतिशत कम 65.58 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
ऐसे में लोकसभा चुनाव से चार प्रतिशत कम मतदान यहां दर्ज हुआ है और अनुमानित पचास हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का कम प्रयोग किया है। इसका नुकसान किसे हुआ यह 23 मई को पता चलेगा, लेकिन देवासी समाज के प्रत्याशी को कांग्रेस द्वारा टिकिट दिए जाने का असर मतदान केन्द्रों के बाहर लगी पार्टी एजेंटों की टेबल्स पर स्पष्ट दिखाई दे रहा था।