नई दिल्ली। पिछले आम चुनाव में कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता अजय अग्रवाल ने दावा किया है कि इस बार सोनिया गांधी की हार तय है।
अग्रवाल ने बुधवार को दावा किया कि विगत पांच वर्षों में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने पांच बार भी रायबरेली का दौरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने क्षेत्र की पूरी तरह उपेक्षा की है और कोई भी विकास कार्य पूरा नहीं हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष ने केवल परियोजनाओं का शिलान्यास ही किया, जिन्हें अब भाजपा सरकार पूरा कर रही है।
सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता अग्रवाल ने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी रायबरेली का दौरा नहीं कर पाए थे, इसके बावजूद उन्हें (अग्रवाल को) पौने दो लाख मत प्राप्त हुए थे। इस बार जो परिस्थितियां हैं और यदि भाजपा उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाती है तो पार्टी की जीत की जीत सुनिश्चित है।
बोफोर्स मामले में उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करने वाले अग्रवाल ने दावा किया कि केंद्र में 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्होंने दिन-रात एक करके रायबरेली के विकास के लिए प्रयास किये और समय-समय पर केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर इस क्षेत्र की अधूरी पड़ी विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए आग्रह किया।
उनके इसी प्रयास का नतीजा है कि आज रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान शुरू हो सका है, रेलवे कोच फैक्ट्री में उत्पादन पूरी तरह से शुरू हो गया है, वर्षों से बंद पड़े आईटीआई कारखाने में उत्पादन फिर शुरू हो गया है, नई सड़कें बनाई गई हैं तथा सभी विकास कार्यों को गति दी गई है।
अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय स्तर पर भी वह पार्टी के लिए योगदान करते रहे हैं। उन्होंने ही कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर के निवास पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पाकिस्तान के उच्चायुक्त एवं पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की बैठक का खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि गुजरात के विधान सभा चुनावों में भाजपा की सफलता में ‘अय्यर’ एपिसोड की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।