जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने पर उसकी जनविरोधी नीतियों को लेकर आगामी पन्द्रह दिसंबर को उसके खिलाफ जयपुर में प्रदेशव्यापी बड़ा आंदोलन करेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने रविवार को मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने संगठनात्मक बैठक में गहलोत सरकार के खिलाफ दिसंबर में बड़ा आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत 28 अक्टूबर को प्रदेशभर में उपखंड मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन से होगी।
डॉ. पूनियां ने बताया कि 25 से 30 नवंबर तक जिला स्तर पर और 15 दिसंबर को जयपुर में प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन होगा, जिसमें दो लाख से अधिक कार्यकर्ता जुटेंगे, इसको लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी की संगठनात्मक बैठक के दौरान चर्चा कर निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि पंद्रह दिसंबर के आंदोलन में भाजपा के कई राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार अब तक कोरोना गाइडलाइंस के कारण बचती आ रही थी लेकिन अब जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण खत्म हो रहा है, भाजपा को अपने आंदोलनों में तेजी लानी पड़ेगी और पार्टी प्रदेश में व्यापक स्तर पर राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर उसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन 25 दिसम्बर को एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी को भी विशेष कार्यक्रम किये जायेंगे। डा पूनियां ने बताया कि प्रदेश में आगामी छह अप्रैल तक कार्यक्रमों की अनवरत लम्बी श्रृंखला चलेगी, जिसके बारे में समय समय पर अवगत कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रत्येक बूथ पर छह कार्यक्रम आयोजित होंगे।
एक सवाल के जवाब में बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा का दीपावली के बाद राजस्थान दौरा प्रस्तावित हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जनकल्याण की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने और राज्य में भाजपा के कार्यक्रमों को नए रूप में डिजाइन करने की तैयारी की जा रही है। श्री पूनियां ने बताया कि बैठक में संगठन की निरंतरता एवं गतिविधियों की समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा कि संगठनात्मक बैठक में यह भी तय किया गया कि इस आंदोलन की तैयारियों में अभी से भाजपा के जिला और प्रदेश के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता जुटेंगे। वहीं अलग-अलग जिलों में विभिन्न मुद्दों पर पार्टी प्रदेश सरकार को घेरेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिला अपराध और अत्याचार के साथ ही युवाओं को रोजगार, संविदाकर्मियों को स्थायी करने, बिजली के बढ़े हुए बिल और सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी से जुड़े मुद्दों पर आंदोलन किया जाएगा।