जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस पर पचास साल तक आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक समझने का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि मोदी सरकार के आदिवासियों के उत्थान के लिये कार्य करने एवं जनता के आशीर्वाद से धरियावद और वल्लभनगर दोनों सीटों पर भाजपा जीतेगी।
पूनियां ने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह दावा किया। उन्होंने कहा कि धरियावद जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र के नौजवान युवा रोजगार नहीं मिलने से निराश हैं, बिगड़ी कानून व्यवस्था के कारण महिलाएं घर से बाहर निकलने में घबराती हैं, किसानों की अब तक कर्जमाफी नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कार्यकाल में अब तक एक भी उपलब्धि ऐसी नहीं है, जिसे जनता के समक्ष रखा जा सके। विशेष रूप से कांग्रेस सरकार ने धरियावद विधानसभा के साथ नाइंसाफी करते हुए इस इलाके को पिछड़ा रखा है। धरियावद की जनता ने गौतम लाल मीणा को जिताकर पांच वर्ष के लिए राजस्थान की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा था। हम सभी को स्वर्गीय गौतम मीणा के अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने के लिए भाजपा को जिताने के लिए संकल्पित होना है।
डॉ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एक ही विधानसभा क्षेत्र में चार-चार सभाएं उनकी अपनी पार्टी को लेकर इस मुकाबले में असुरक्षा की भावना को दर्शाती है। संवेदना को सियासत में किस तरह से बदलें मुख्यमंत्री की उपचुनाव में प्रचार के लिहाज से की गई इस ताजा यात्रा को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में इतनी अराजक, अकर्मण्य, भष्ट एवं नकारा राजस्थान की सरकार नहीं देखी। कांग्रेस सरकार की इस तरह की स्थिति पिछले तीन साल के अपराध के आंकड़ों से साफ देखी जा सकती है।
डॉ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री के शपथग्रहण में नारे लगे, एक अशोक गहलोत और दूसरे सचिन पायलट के, कांग्रेस में विग्रह की शुरूआत इसी दिन से शुरू हो गई थी। पहले मंत्रिमंडल में स्थान के लिए और फिर कमरों के लिए लड़ाई। इस तरह की खींचतान का सीधा असर राजस्थान के शासन व विकास पर पड़ा है, जिससे विकास कार्य ठप पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि देश में किसी गरीब आदिवासी का बैंक का खाता खुलता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के जीवन को बदलने और उनको बुनियादी सुविधाएं देने का काम भाजपा ही कर सकती है, जो मोदी सरकार कर रही है। कांग्रेस ने 50 साल के शासन में आदिवासियों की कोई सुध नहीं, सिर्फ वोट बैंक समझा।
डॉ. पूनियां ने कहा कि परीक्षाओं में नकल की घटनाओं से राजस्थान अब नकलिस्तान बन गया है। प्रदेश में रीट परीक्षा में संगठित नकल गिरोह की सक्रियता से नकल के बड़े मामले सामने आए और इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा जिम्मेदार हैं।