सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही जिला मुख्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिरोही शिवगंज विधायक संयम लोढ़ा के हाल ही में वायरल हुए वीडियो में भाजपा विचारधारा व उनसे जुड़े समर्थक सरपंचों को जीतने पर उन्हें छह महीने में घर भेज देने की बात कहने के विरोध में विधायक का स्थानीय सरजावाव दरवाजे में पुतला फूंका गया। लोढ़ा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन भेज कर अनुशासनात्मक कदम उठाने की मांग की गई।
भाजपा कार्यकर्ता रविवार को सरजवाव दरवाजे पर एकत्र हुए। सिरोही में क्षेत्रीय विधायक संयम लोढ़ा के बिगड़े बोल पर विरोध प्रदर्शन करते हुए उनके वक्तव्य की निंदा की। भाजपाइयों ने उनके बयान पर कार्रवाई नहीं करने पर वृहद स्तर पर विरोध करने की बात कही।
विधायक लोढ़ा का पुतला फूंकने के बाद सभी कार्यकर्ता एकत्रित होकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने अतिरिक्त कलेक्टर रिछपाल सिंह बुरडक को मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान के नाम ज्ञापन सौंपकर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में लिखा गया कि सिरोही- शिवगंज क्षेत्रीय विधायक संयम लोढ़ा लगता है अब सत्ता के सहारे दबाव की खुली राजनीति कर रहे हैं। इसी क्रम में गत 16 जनवरी 2020 को शिवगंज ब्लॉक कांग्रेस की पोसालिया के सुखधाम में आयोजित बैठक में खुलेआम माइक पर संबोधन के दौरान धमकी भरे लहजे का इस्तेमाल किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं व प्रावधानों को चुनौती देकर पंचायतीराज चुनाव का मखौल उड़ाने की कोशिश की है।
मांग पत्र में बताया गया कि इस बैठक में विधायक लोढ़ा ने कहा कि ‘पहले बने वो परिवार से बीजेपी का आदमी है तो वापस बन गया तो मेरे को सब तरीके आते हैं छह महीने में घर भिजवा दूंगा, इसलिए कांग्रेस पार्टी के ही लोगों को सरपंच बनाएं।’ ज्ञापन में बताया गया कि विधायक का यह कथन लोकतंत्र में शर्मनाक व निंदनीय है।
इसमे आरोप लगाया कि विधायक लोढ़ा सहित कांग्रेस के लोगों को देश की संवैधानिक परंपराओं, कानून व उसके प्रावधानों से भरोसा उठ गया है। इसमे बताया गया कि पंचायती राज चुनाव के जरिए लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत चुने हुए जनप्रतिनिधियों व सरपंच को उनकी कुर्सी से उतार कर अपदस्थ करने की खुलेआम धमकी स्वस्थ लोकतंत्र की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रही है।
उन्होंने आचार संहिता के दौरान विधायक लोढ़ा के इस बयान को लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए घातक बताया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आशंका जताई है कि लोढा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को कुचलने व परास्त करने के लिए कोई भी कानून विरोधी हथकंडा अपना सकते हैं, स्पष्ट लगता है कि उनकी यह पंचायती राज चुनाव 2020 में कांग्रेस पार्टी को फायदा दिलाने की कोशिश है।
भाजपा ने कहा कि जनता अपना श्रेष्ठ व बेहतर प्रतिनिधि- नेता चुनना चाहती है जबकि विधायक संयम लोढ़ा अपनी मनमर्जी का चहेता प्रतिनिधि थोपकर अपना वर्चस्व दिखाने की फिराक में है।