सबगुरु न्यूज-सिरोही। राजस्थान में स्टेट हाइवे पर माफ किए गए टोल को फिर से लागू करने के विरोध में शुक्रवार को भाजपा को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन हुआ। इसमें जितने सिर दिखे उन्हें देखकर एक वर्ष पहले औद्योगिक संस्थान के रेस्ट हाउस में प्रदेश स्तरीय नेता की कही बात फिर याद आ गई।
उस समय भी सभाओं में कम लोग दिखने पर उन्होंने स्थानीय पदाधिकारी से कहा था राजनीति में सिर्फ ही कमाना ही नहीं खर्चना भी आना चाहिए। अब वो खर्च पैसे के लिए था या समय के लिए, ये वो दोनों नेता जानें। भले ही कितना त्वरित निर्णय हो इसमें शामिल संख्या बल बता रहा था कि उतने लोग भी शामिल नहीं हुए जितने लोगों के आवेदन सिरोही नगर परिषद चुनाव में भाजपा के पास आगामी चार दिनों में आने संभावित हैं।
भाजपा का ये आंदोलन एनएचएआई के उथमण टोल नाके पर किए गए स्थानीय विधायक के आंदोलन के आगे एक लकीर तो क्या बिंदु भी नहीं प्रतीत हो रही थी।
-2-1 से बढ्त
पिछले महीने में शिवगंज का एक हादसा सामने आया था। खून के अभाव में सरकारी चिकित्सालय में चक्कर काटते हुए एक प्रसूता के बच्चे की मौत हो गई। उस समय भी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी के नेतृत्व में आंदोलन हुआ। आज भी आंदोलन का नेतृत्व लुम्बाराम चौधरी के हाथों में था। जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित इस आंदोलन में भी नजर नहीं आए।
यही नहीं पूर्व प्रवक्ता की ओर से जारी प्रेसनोट में भी पूर्व पदाधिकारियों के नाम ज्यादा नजर आए। पूर्व जिलाध्यक्ष का नाम है, पर वर्तमान जिलाध्यक्ष तक का नाम नदारद रहा। ऐसे में देखा जाए तो लुम्बाराम चौधरी ने जनता के हित में उठाए जाने वाले दूसरे आंदोलन को अपने नाम करते हुए 2-1 से बाजी मार ली है।
नारायण पुरोहित की मौजूदगी में दो महीने पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था की बदहाली के लिए दिए आंदोलन संख्या के रूप में संतोषप्रद कहा जा सकता है। वैसे आज की एक सूचना भाजपा के पास बेहतर आंदोलन खड़ा करने का बढिय़ा मौका दे सकती है। बशर्ते साल भर पहले मिली वो नसीहत जेहन में रहे कि राजनीति में सिर्फ कमाना ही नहीं खर्चना भी आना चाहिए।
-ये लिखा है पूर्व प्रवक्ता के प्रेस नोट में
भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य मार्गों पर टोल टैक्स को पुन: लागू किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता लोकेश खंडेलवाल के अनुसार शुक्रवार को पूर्व जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी, आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया, पूर्व विधायक तारा भंडारी आदि के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रैली के रूप में सिरोही जिला कलेक्टर पहुंचकर सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन- नारेबाजी करते हुए सरकार से यह निर्णय वापस लेने की मांग का मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कार्यकर्ताओं आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी को छिपाकर जिस प्रकार से सडक़ों के रखरखाव के नाम पर टोल चालू करके जनता के साथ विश्वासघात व कुठाराघात किया है इस निर्णय का मध्यम वर्ग पर आर्थिक भार पड़ेगा जो निंदनीय है। भाजपा ने कहा कि लगातार वित्तीय घाटे और खराब माली हालत से जूझ रही राज्य की गहलोत सरकार द्वारा स्टेट हाईवे पर टोल लागू करने का निर्णय आत्मघाती साबित होगा।
गौरतलब है कि पूर्ववर्ती भाजपा की वसुंधरा सरकार द्वारा सभी राज्य के राजमार्गों पर निजी गाडिय़ों पर टोल शुल्क हटाने का फैसला लिया था जो जनता के हित में था जबकि अब राज्य कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व सरकार के जनहितकारी फैसले को पलट कर पुन: टोल वसूली लागू करना जनता के साथ विश्वासघात है।
ज्ञापन में लिखा गया कि पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 18 वर्षों में राजस्थान में गांव गांव तक सडक़ों का जाल बिछाया है और जनता पर बिना भार डाले सडक़ों का सुचारू रूप से रखरखाव किया। जिला भाजपा ने राज्य राजमार्ग टोल टैक्स लागू किए जाने के निर्णय की कड़ी निंदा कर कहा कि सरकार टोल टैक्स के निर्णय को शीघ्र वापस ले अन्यथा भाजपा सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ जनता के बीच जाकर जन जागरण अभियान चलाएगी।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि कांग्रेस सरकार जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाकर जनता पर पहले ही आर्थिक भार डाल चुकी है और अब टोल शुल्क लागू करके जनता की कमर तोडऩे का प्रयास है। भाजपा ने प्रदेश में 108 एंबुलेंस सेवा की हड़ताल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि कानून व्यवस्था के बाद अब चिकित्सा व्यवस्था भी चरमरा गई है। भाजपा ने मांग की कि सिरोही जिले में अच्छी फसल होने के बाद भी बेमौसम बरसात से किसानों की फसलें नष्ट हुई है और पूर्व में की गई गिरदावरी की समीक्षा कर पुन: गिरदावरी करावे और किसानों को राहत दें।
ज्ञापन देने से पूर्व भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर चौराहा स्थित एक गार्डन में एकत्र हुए और वहां एक सभा आयोजित कर वक्ताओं ने संबोधित कर राज्य सरकार के नीतियों की कड़ी आलोचना की। इस मौके पर पार्टी के सुनील व्यास, पूर्व सभापति ताराराम माली, श्रीमती रक्षा भंडारी, हेमंत पुरोहित, मंडल अध्यक्ष महिपालसिंह चारण, छगनलाल घाची, अशोक पुरोहित, लोकेश खंडेलवाल, सुरेश सगरवंशी, भुबाराम माली, हार्दिक देवासी, दमयंती, डाबी आदि मौजूद थे।
प्रदर्शन में हेमलता पुरोहित मांगूसिंह बावली, चिराग रावल, मनीष पुरोहित, प्रकाश पटेल, जब्बरसिंह चौहान, शैलेश चौधरी, गोपाल माली, राहुल रावल, अनिल सगरवंशी, मगनलाल मीणा, रामेश्वर कंसारा, अजय ढाका, नटवर खंडेलवाल, प्रशांतसिंह,हिम्मत रावल, देवाराम प्रजापति, मणिदेवी, जमुनाबाई समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी मौजूद थे।