गुना। मध्यप्रदेश के गुना जिले के आरोन क्षेत्र में हिरण और अन्य वन्यजीवों का शिकार कर लौट रहे आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने एक बड़ी जघन्य घटना को अंजाम देते हुए गोलियां चलाई, जिससे तीन पुलिस कर्मचारी शहीद हो गए और पुलिस का वाहन चला रहा एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटनास्थल से जो प्रारंभिक चित्र प्राप्त हुए हैं, वे वीभत्स घटना काे अंजाम देने की ओर साफतौर पर इशारा कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार देर रात आरोन थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक शिकारियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। पुलिस का गश्ती वाहन वहां पहुंचा। तभी अचानक बदमाशों ने हमला कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस वाहन पर गोलियां भी चलाईं। इस वजह से उप निरीक्षक राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीणा का निधन हो गया। वाहन चालक लखन गिरी को गंभीर स्थिति में यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटनास्थल पर वन्यजीवों के शिकार के प्रमाण भी मिले हैं। बताया गया है कि आरोपी काले हिरण और मोर का शिकार कर लौट रहे थे, तभी पुलिस दल से उनका आमना सामना हो गया। इस वजह से शिकारियों ने गोलियां चलाकर हमला किया और परिणाम सामने आया।
इस वीभत्स घटना के बाद राज्य सरकार भी सकते में आ गई है। उधर विपक्ष ने भी सरकार को निशाने पर ले लिया है। विपक्ष के नेता डॉ गोविंद सिंह ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से त्यागपत्र मांग लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है और सरकार सिर्फ भाषणबाजी में व्यस्त है।
इस बीच गुना जिले में आरोपियों को खोजने के लिए बड़ा अभियान छेड़ दिया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में सुबह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई है।
मुख्यमंत्री कर रहे घटना की मॉनिटरिंग, सख्त कार्रवाई के निर्देश
मध्यप्रदेश के गुना जिले में बदमाशों के हमले में तीन पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इस मामले में ऐसी कार्रवाई होगी, जो दूसरे अपराधियों के लिए नजीर बने।
डॉ मिश्रा ने बयान जारी करते हुए कहा कि आरोन थाना क्षेत्र में 7-8 मोटरसाइकिल सवार बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया, जिस पर बदमाशों ने गोलीबारी शुरु कर दी। इस घटना में एसआई राजकुमार जाटव, हवलदार नीरज भार्गव और सिपाही संतराम की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान स्वयं घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं, ऐसी जो बाकी अपराधियों के लिए नजीर बने। अपराधी कोई भी हो पुलिस से बच के कहीं नहीं जा सकेगा।