जयपुर। रीट भर्ती परीक्षा 2021 में बहुचर्चित ’चप्पल’ नकल प्रकरण के मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर को पुलिस ने जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक आवासीय कॉम्पलेक्स से धर दबोचा।
बीकानेर पुलिस अब पूरे नकल प्रकरण के नेटवर्क को खोलने का प्रयास कर नकल से जुडे कुछ और संदिग्धों के बारे मे तथ्य जुटा रही है। टीम ने सरगना तुलछा राम को पकडने के लिए बहुमंजिला ईमारतों में अलग अलग हुलिया बदल कर ट्रेस किया और उसे पकड़ा।
बीकानेर में रीट भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले मुख्य सरगना तुलछा राम कालेर व उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए बीकानेर एसपी योगेश यादव ने एएसपी शहर शेलेन्द्र सिंह इंदोलिया, सीओ सदर पवन कुमार भदौरिया, थानाधिकारी गंगाशहर राणीदान उज्ज्वल, डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणीया और थानाधिकारी बीछवाल मनोज शर्मा को इनकी गिरफ्तारी का जिम्मा सौंपा। अलग अलग टीम बनाकर मुख्य सरगना तुलछाराम के संदिग्ध ठिकानों की गोपनीय सूचना एकत्रित की गई।
हजारों लोगों की बड़ी सोसायटी में दुधिया, बिल्डिंग मेटिनेस वाला व ऑनलाईन डिलीवरी वाला बनकर पुलिस ने सरगना कालेर की टोह ली। छोटी दीपावली बुधवार को बीकानेर पुलिस को बहुत ही विश्वसनीय सूचना मिली कि तुलछा राम कालेर अजमेर रोड़ जयपुर के आस पास बने आवासीय सोसायटी के पास रुका हुआ है।
जिस पर राणीदान उज्ज्वल थानाधिकारी के निर्देशन में गंगाशहर थाना के उपनिरीक्षक राकेश स्वामी, हैड कॉन्स्टेबल दीपक यादव, कानदान सादूं, कॉन्स्टेबल वासूदेव व चन्द्रभान को जयपुर रवाना किया। पुलिस टीम ने चिन्हित जगह पर पहुंच सोसायटी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जुटाई। सोसायटी मे बहु मंजिला ईमारते व हजारों लोगों का निवास था।
पुलिस के लिए यह एक बहुत बडी चुनौती थी कि उसकी नजर में आए बिना उसे पकड़ ले। इसके लिए पुलिसकर्मी दुधिया, बिल्डिंग मेटिनेस वाला व ऑनलाईन डिलीवरी वाला बनकर तुलछाराम के निवास तक पहुंचे ओर उसे धर दबोचा।
बीकानेर जिले मे रीट परीक्षा 2021 में नकल संबंधी दो प्रकरण दर्ज हुए थे। उसके बाद अजमेर, सीकर, जोधपुर में भी प्रकरण दर्ज हुए। सम्पूर्ण नकल का मास्टरमाइंड तुलछाराम कालेर था। सक्रियता दिखाते हुए बीकानेर पुलिस ने परीक्षा प्रांरभ हाने से पहले ही नकल करने का प्रयास करने वालों को गिरफ्तार कर लिया था व राजस्थान के अलग अलग जिलों में चलती परीक्षा मे अलग अलग अभ्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया था। भनक लगने पर नकल गिरोह का सरगना तुलछा राम भाग गया।
गंगानगर, चूरू, सीकर, अजमेंर मे निकाली फरारी व जयपुर आकर रहने लग गया। पुलिस से बचने का हर एक तरीके से अपने आप को सुरक्षित रख रहा था। तुलछा राम खुद तीन साल पुलिस में नौकरी कर चुका है। जिससे पुलिस के काम करने के तरीके से पूरी तरह वाकिफ था। इस लिए एक महिने से पुलिस की पकड से दूरी बना रखी थी।
तुलछाराम कालेर अभ्यर्थियों को भर्ती परीक्षाओं में मदन लाल के जरिये नकल करवाने का सौदा 5 से 7 लाख रूपए में तय करता है। इस नकल गिरोह का सक्रिय सदस्य राजू भी परीक्षार्थियों को चिह्नित करता है। नकल गिरोह सरगना अपने साथियों के साथ मिलकर अभ्यार्थीयों से मिल कर पेपर का सौदा बडी रकम में तय करते व परीक्षा से दो दिन पहले अपने गुप्त स्थान पर बुलाकर किस तरह से नकल को अंजाम देना था उसके बारे मे इलेक्ट्रिक उपकरणों ब्ल्यूटथ डिवाइस व चप्पल डिवाइसों का उपयोग करने के बारीक से जानकारी देने का काम करते है।
पूछताछ में यह तथ्य सामने आए हैं कि ब्ल्यूटूथ डिवाइस इस तरह से तैयार करवाई जाती थी कि उसके अंदर वाईस कालिंग डिवाईस बैटरी, सिम सोकेट आदि फिट किए जा सके। एक मक्खी नुमा ब्ल्यूटूथ अभ्यार्थी के कान के अंदर बहुत बारीकी से सेट किया जाता। इस तरह से विशेष डिवाईस तैयार की जाती है। जिससे परीक्षा सेटर में किसी को भी शक ना हो।
डिवाईस को अंडर गारमेंटस में बारीकी से छुपाकर इसका प्रयोग करवाया जाता है व पैरों में चप्पल पहनने पर किसी को शक नहीं हो। तुलछाराम कालेर पर अजमेर, नागौर, सीकर, बीकानेर मे कुल 9 प्रकरण दर्ज हैं।